Saturday, 20 April, 2024

‘उमंग-2020’ में 130 संस्थाओं के 200 रक्तवीरों को मिलेगा राष्ट्रीय सम्मान

‘उमंग-2020’ : मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में रविवार को पांच राज्यों के रक्तदाताओं व संस्थाओं का सम्मान समारोह
न्यूजवेव @ कोटा

रक्तदाता समूह, टीम रक्तदाता कोटा व कोटा यूथ सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में रविवार प्रातः10 बजे मेडिकल कॉलेज कोटा ऑडिटोरियम में रक्तवीरों का राष्ट्रीय सम्मान समारोह ‘उमंग-2020’ आयोजित किया जायेगा, जिसमें पांच राज्यों की 130 संस्थाओं के 200 से अधिक रक्तवीरों को विशिष्ट योगदान के लिये सम्मानित किया जायेगा।
टीम प्रवक्ता हरजिंदर सिंह व अंजिश उपाध्याय ने पत्रकारों को बताया कि सम्मान समारोह उमंग में मुख्य अतिथि जिला कलक्टर ओम कसेरा, एसपी सिटी गौरव यादव तथा मेडिकल कॉलेज कोटा के प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना राजस्थान, मप्र, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र आदि राज्यों के साथ हाड़ौती के रक्तवीरों को सम्मानित करेंगे। समारोह में सेवाकार्यों में जुटी 20 राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधी, कोटा में संक्रामक बीमारियों डेंगू, स्वाइन फ्लू आदि में एसडीपी रक्त देने वाले 70 रक्तवीरों, 10 रक्तदाता ग्रुप तथा 9 स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया जायेगा।

टीम रक्तदाता समूह के जय गुप्ता व अनिल शर्मा ने बताया कि झालावाड जिले में विभिन्न पंचायत समितियों से जुडे़ रक्तवीर 2016 से अब तक 28 हजार से अधिक रोगियों के लिये रक्तदान की मदद कर चुके हैं। 25 से 30 वर्ष के 200 से अधिक युवाओं में 24 घंटे दूसरों की जिंदगी बचाने का जुनून बना रहता है। नेगेटिव ग्रुप के डोनर भी एक कॉल पर रक्त देने अस्पतालों में पहुंच जाते हैं। जिले की महिलाअ डोनर ने महिला डोनर ग्रुप गठित किया है। महिलाओं में हीमोग्लाबिन 12.5 तथा 2.50 लाख प्लेटलेट काउंट से अधिक होने पर ही रक्त लिया जाता है।
कोटा यूथ सोसायटी के अध्यक्ष कुणाल जैन व सचिव विकास सैनी ने बताया कि संस्था के सदस्य रक्तदान के साथ ही निर्धन परिवारों मंे जनसहयोग से निशुल्क स्कूल यूनिफॉर्म, स्वेटर, कंबल आदि वितरित करने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने तीन थेलीसिमिक बच्चों के ऑपरेशन भी करवाये। कोटा शहर में जल्द ही वे घरों से मेडिकल उपकरण एकत्रित कर जरूरतमंदों को निशुल्क उपलब्ध करवाने की मुहिम प्रारंभ करंेगे।
थैलीसिमिक बच्चों को फिल्टर मिलना बंद
हरजिंदर सिंह ने बताया कि कोटा ब्लड बैंक में झालावाड सहित अन्य जिलों के रक्तदाता शिविरों से एकत्र रक्त भिजवाते हैं। फिलहाल यहां 730 थैलिसिमिया बच्चे पंजीकृत हैं, उनको फिल्टर मिलना बंद हो गये हैं।यदि प्रत्येक बच्चे को सरकार से निःशुल्क फिल्टर मिलते रहे तो उनकी उम्र 10 वर्ष तक बढ़ सकती है। उनको क्वालिटी रक्त उपलब्ध करवाने के लिये एलआरसी सुविधा भी प्रारंभ की जानी चाहिये। इसकी मशीन आ चुकी है, लेकिन बेग नहीं मिलने से इसे चालू करने मंे देरी हो रही है।

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