हनीट्रेप फार्मूला: मुकंदरा हिल्स टाइगर सेंचुरी में मादा टाइगर की आवाज सुन एमटी-1 बाहर दौड़ा
न्यूजवेव @ कोटा
मुकुन्दरा हिल्स टाइगर सेंचूरी में पहला कदम रखने वाला एमटी-1 बाघ 26 अप्रैल को 82 वर्ग किलोमीटर लंबे संरक्षित क्षेत्र में खुले जंगल में घूमने निकला।
पिछले दिनों 21 अप्रेल को एमटी-1 को 28 हैक्टेयर एरिया के एनक्लोजर में छोड़े जाने के बाद 26 अप्रैल प्रात 6.30 बजे अंततः वह 82 वर्ग किलोमीटर के बडे एन्क्लोजर में भ्रमण के लिए निकला।
डीसीएफ डॉ.टी मोहनराज ने बताया कि मुकुन्दरा हिल्स टाइगर सेंचूरी को पूर्ण विकसित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे है। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के निर्देश पर मुकुन्दरा रिजर्व को टाइगर से आबाद करने के लिए जिला प्रशासन एवं वन विभाग निरंतर जुटा रहा। 3 अप्रेल को हाडौती संभाग के मुकन्दरा टाइगर रिजर्व को कई दशक बाद एमटी-1 टाइगर की सौगात मिली।
ज्यों ही टाईगर को स्वतंत्र विचरण के लिए मुकन्दरा हिल्स रिजर्व में छोड़ने की खबर मिली, समूची हाडौती में खुशी की लहर दौड गई। उसके बाद से टाइगर को अनुकूल एवं सुरक्षित वातावरण मुहैया कराने के लिए टीमें जुटी रहीं। 21 अप्रेल को 28 हैक्टेयर क्षेत्र से उसे 82 हैक्टेयर क्षेत्रफल में विचरण स्वतंत्र किया गया।
लेकिन टाइगर ने 28 हैक्टेयर के एनक्लोजर से निकलने का कोई प्रयास नहीं किया। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार निगरानी की गई। योजनापूर्वक टाइगर को बडे़ एन्क्लोजर में आकर्षित करनेे क लिए 26 अप्रेल को हनीट्रेप फार्मूला अपनाया गया और मादा टाइगर की रिकार्डेड़ आवाज सुनकर टाइगर दौडता हुआ 82 हैक्टेयर क्षेत्र में बनाये गये बडे एनक्लोजर में विचरण करने के लिए बाहर निकला।
उन्होंने बताया कि टाइगर की सुरक्षा के लिए वन विभाग के दल के अलावा सीसीटीवी कैमरे लगाये गये। उसके लिए पेयजल के पुख्ता इंतजमात किये गये है। वर्तमान में उसकी खुराक के लिए एन्क्लोजर के अन्दर चीतल पर्याप्त संख्या में है।