स्पीकर ओम बिरला ने दिए निर्देश, नामांकन में अब नहीं आएगी बाधा
न्यूजवेव@ कोटा
नए शैक्षणिक सत्र में यू-डाइस पोर्टल पर सरकारी स्कूलों में नामांकन के लिए जन्म प्रमाण पत्र को अनिवार्य कर दिया गया है। जिससे बड़ी संख्या में वंचित परिवार और ग्रामीण बच्चों के सामने स्कूल में प्रवेश दिलाने मंे बाधा उत्पन्न हो गई है। विशेषकर ऐसे बच्चे, जिनका जन्म घर पर हुआ और जिनके पास कोई आधिकारिक प्रमाण पत्र नहीं है, वे स्कूलों में प्रवेश से वंचित हो रहे हैं।
इस गम्भीर जनसमस्या पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संवेदनशीलता से संज्ञान में लेते हुए नगर निगम प्रशासन को निर्देशित किया कि वे ऐसे बच्चों और परिवारों की पहचान कर घर-घर जाकर जन्म प्रमाण पत्र तैयार करवाएं ताकि किसी भ ीबच्चे की पढ़ाई बाधित न हो।
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि स्पीकर बिरला के निर्देशानुसार कार्य योजना तैयार कर ली गई है। निगम की टीमें घर-घर जाकर बच्चों का डेटा संग्रह करेगी और सत्यापन के उपरान्त निःशुल्क प्रमाण पत्र बनाकर वितरित किए जाएंगे। साथ ही, इस अभियान के तहत अभिभावकों को जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया जाएगा ताकि भविष्य में किसी भी बच्चे को नामांकन में परेशानी न हो।
रथकांकरा से शुरू की मुहिम
शहर में रथकांकरा स्थित विद्यालय में निगम की टीम द्वारा विशेष शिविर आयोजित कर बच्चों के दस्तावेजो ंका संग्रह किया और फॉर्म तैयार करवाए। जल्द ही इन बच्चों को जन्म प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। गौरतलब है कि इस विद्यालय के 80 विद्यार्थियों का प्रमाण पत्रके अभाव में नामांकन नवीनीकरण नहीं हो पा रहा था।
बच्चों की शिक्षा नहीं होगी बाधित
जन्म प्रमाण पत्र बच्चों के भविष्य की नींव है। निगम की इस सकारात्मक पहल न केवल वर्तमान में सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के नामांकन नवीनीकरण में सहायक होगी, बल्कि यह भविष्य में सभी बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का मार्ग प्रशस्त करेगी।

घर-घर जाकर निःशुल्क जन्म प्रमाण पत्र बनायेगा नगर निगम
(Visited 49 times, 1 visits today)