जन अभियोग निराकरण समिति सदस्य राजेश गुप्ता करावन के प्रयास से 4 वर्षीय बालक का भीलवाडा में हुआ निःशुल्क ऑपरेशन
न्यूजवेव @ कोटा
झालावाड़ जिले के बकानी कस्बे में राकेश प्रजापति का 4 वर्षीय पुत्र जतिन जन्म से ही गंभीर बीमारी से पीड़ित था, जिससे वह अभी तक बोल व सुन नहीं पाता था। नवजात शिशु को ऐसी गंभीर हो जाने पर उसके माता-पिता उसके इलाज के लिये जयपुर, कोटा, झालावाड के बडे़ अस्पतालों में इलाज के लिये भटकते रहे लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिल सकी।
जांच के दौरान पता चला कि उसके मस्तिष्क का ऑपरेशन होगा, जिस पर 8 से 10 लाख रुपए खर्च होंगे। एक छोटी सी दुकान लगाने वाले राकेश और पत्नी रेखा के पास इलाज के लिये इतने पैसे नहीं थे। वे दर-दर भटकते रहे। जतिन के मामा सिलहगढ़ के ईश्वर प्रजापति ने जन अभियोग निराकरण समिति सदस्य राजेश गुप्ता करावन को जनसुनवाई के दौरान सरकारी सहायता से इस बच्चे का इलाज करवाने की गुहार लगाई। किया।
इस पर राजेश गुप्ता ने प्रयास करके बच्चे को सरकारी योजना के तहत भीलवाड़ा स्थित देव ईएनटी अस्पताल में ऑपरेशन के लिये भेजा। जहां विशेषज्ञ डॉ. राजेश जैन ने 4 घंटे चले जटिल ऑपरेशन में जतिन के मस्तिष्क में डिवाइस लगाकर उसे बोलने व सुनने में सक्षम बना दिया। डॉ.चंद्रकांता ने बताया कि जतिन का 20 दिन बाद दूसरे चरण का ऑपरेशन किया जाएगा जिससे उसके बोलने, सुनने व समझने की शक्ति सामान्य हो जायेगी।
झालावाड़ की जिला कलक्टर ने किया सहयोग
जन अभियोग निराकरण समिति सदस्य राजेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने मानवीय संवेदना के तहत जिला कलक्टर भारती दीक्षित को पत्र लिखकर इस गरीब बच्चे की गंभीर बीमारी से अवगत कराया था, जिस पर जिला कलक्टर ने तुरंत संज्ञान लेते हुए इस केस को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ मिशन का लाभ दिलवाने की कार्यवाही पूरी की। जिससे 18 दिसंबर को भीलवाडा के निजी अस्पताल उसका निशुल्क ऑपरेशन हो गया। अपने बेटे को चार साल बाद बोलते हुये देखकर माता-पिता की आंखों में आंसू आ गये। उन्होंने बच्चे को जीवन की खुशियां लौटाने पर राजेश गुप्ता करावन व जिला कलक्टर का आभार व्यक्त जताया।