न्यूजवेव@ कोटा
थेलिसिमिया पीड़ित बच्चों के लिए काम कर रही कोटा यूथ सोसाइटी ने थेलिसिमिया जांच शिविर में चयनित दो बच्चो की बढ़ी हुई तिल्ली के निःशुल्क ऑपरेशन करवाए है। जिससे बच्चों को शारीरिक व मानसिक परेशानियों से मुक्ति मिली है।
सोसाइटी के अंकेश शर्मा ने बताया कि बढ़ी हुई तिल्ली के ऑपरेशन से पूर्व इन बच्चों को लगने वाले महंगे इंजेक्शन भी कोटा यूथ सोसाइटी ने उपलब्ध करवाए है। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चो के सफल ऑपरेशन डॉ. प्रदीप अग्रवाल डॉ.राजेश वासवानी, डॉ.संजय कालानी एवं उनकी टीम ने किया। उन्होंने बताया कि तीसरे अन्य बच्चे का ऑपरेशन 7 मार्च को किया जायेगा। इस ऑपरेशन से बच्चो को पेट सबंधी परेशानियों से छुटकारा मिल जायेगा।
डॉ. प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि थेलिसिमिया पीड़ित बच्चो को लगातार रक्त चढ़ाने से इनमे आयरन की मात्र बढ़ जाती है तथा हिमोग्लोबिन व फेरेटिन गिर जाता है। जिससे इनकी तिल्ली बढ़ जाती है और इस बढ़ी हुई तिल्ली से बच्चो में पेट फूलना, पेट दर्द, शारीरिक विकास रूक जाने जैसी समस्याएं हो जाती है। ऐसे में बढ़ी हुई तिल्ली को ऑपरेशन से निकाल देने से अन्य शारीरिक तकलीफों से राहत मिल जाती है। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि थैलेसिमिक बच्चों का हिमोग्लोबिन 9 से उपर बनाये रखें, जिससे इनको शारीरिक कमजोरी महसूस न हो।
थैलीसिमिक बच्चों को फिल्टर दिये जायें
सोसायटी के प्रवक्ता हरजिंदर सिंह ने बताया कि एमबीएस अस्पताल के सरकारी ब्लड बैंक में 759 थैलिसिमिया बच्चे पंजीकृत हैं, इन दिनों उनको फिल्टर मिलना बंद हो गये हैं। यदि प्रत्येक बच्चे को सरकार से निःशुल्क फिल्टर मिलते रहे तो उनकी उम्र 10 वर्ष तक बढ़ सकती है। उनको क्वालिटी रक्त उपलब्ध करवाने के लिये एलआरसी सुविधा भी प्रारंभ की जानी चाहिये। इसकी मशीन आ चुकी है, लेकिन बेग नहीं मिलने से इसे चालू करने मंे देरी हो रही है।