नए पैटर्न से फिजिक्स के पेपर में ऑब्जेटिव व रिक्त स्थान की पूर्ति के प्रश्न पूछे
न्यूजवेव @ कोटा
सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा में 2 मार्च को फिजिक्स का पेपर नये पेटर्न से हुआ। पहली बार सीबीएसई एग्जाम में ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं रिक्त स्थान की पूर्ति पर आधारित प्रश्न पूछे गये। इस पैटर्न से जेईई-मेन व एडवांस्ड की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को राहत मिली क्योंकि वे प्रवेश परीक्षाओं के लिये इसी पेटर्न से तैयारी कर रहे हैं।
फिजिक्स में 37 प्रश्न पूछे
शिक्षाविद् देव शर्मा ने बताया कि सीबीएसई 12वीं बोर्ड के इतिहास में फिजिक्स के पेपर में पहली बार 37 प्रश्न पूछे गए। प्रश्नों की संख्या बढ़ने का कारण पहली बार ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का समावेश रहा। पेपर में कुल 10 ऑब्जेक्टिव प्रश्न, रिक्त स्थान की पूर्ति से जुडे 05 प्रश्न पूछे गये। पेपर लंबा होने से कई परीक्षर्थियों के कुछ प्रश्न छूट गये।
सेमीकंडक्टर फिजिक्स के प्रश्नों ने उलझाया
जेईई-एडवांस्ड की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को सेमीकंडक्टर-फिजिक्स से पूछे गए प्रश्नों को हल करने में परेशानी हुई। एक प्रश्न में पूछा गया कि एलईडी के निर्माण में जरमेनियम एवं सिलिकॉन का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है। एक अन्य प्रश्न में डायोड की अवक्षय परत की जानकारी मांगी गई थी। ऐसे प्रश्नों को हल करने में विद्यार्थियों को परेशानी हुई। उसका कारण है कि सेमीकंडक्टर-फिजिक्स जेईई- एडवांस्ड के सिलेबस में नहीं है। इसलिये विद्यार्थी इस टॉपिक को नजरअंदाज कर जाते हैं। पेपर में ‘परमाणु संरचना‘ एवं ‘रे-ऑप्टिक्स‘ से संबंधित प्रश्न एप्लीकेशन ऑफ नॉलेज पर आधारित थे। ‘रे-ऑप्टिक्स‘ पर आधारित एक प्रश्न में उत्तल लेंस का दिए गए तरल पदार्थ में सामान्य कांच की शीट की तरह व्यवहार करने पर स्तरीय प्रश्न पूछा गया।