ऊर्जा मंत्री ने कहा, उपभोक्ता अपने मोबाइल की तरह मीटर को प्रीपेड रिचार्ज करवा सकेंगे
न्यूजवेव@ जयपुर
राजस्थान के बिजली उपभोक्ता मोबाइल की तरह अपना स्मार्ट मीटर भी रिजार्च करवा सकेंगे। वे मोबाइल एप या पोर्टल से बिजली खपत और बेलेंस को भी ट्रेक कर सकेंगे। घरेलू मीटर जितना रिचार्ज होगा, बिजली उतनी ही चलेगी। इसकी शुरुआत प्रदेश के उर्जा मंत्री और कर्मचारियों के आवास पर स्मार्ट मीटर लगाने से की जा रही है।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने बताया कि स्मार्ट मीटर न्यू टेक्नोलॉजी बेस्ड हैं। इसे ऐप के माध्यम से मोबाइल से कनेक्ट कर सकते हैं। मीटर में जो रीडिंग चल रही है। वह मोबाइल पर दिखायेगी कि हमने बिजली का कितना उपयोग किया। इसमें यह भी पता चलेगा कि कितनी यूनिट बिजली दिन में खर्च हुई और कितनी यूनिट रात में खर्च की। इससे उपभोक्ता को मंथली बिल का इंतजार नहीं करना पडेगा। बिजली उपभोग का डेटा उपभोक्ता के मोबाइल में रहेगा। जिससे वे यह शिकायत नहीं कर सकेंगे कि बिजली बिल ज्यादा आ रहा है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद प्रीपेड सिस्टम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गांवों से शहरों तक हर हाथ में मोबाइल है। वे मोबाइल की तरह बिजली के मीटर को भी रिचार्ज कर सकेंगे। उसमें टॉपअप करके अपना बैलेंस डलवा सकते हैं।
ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट किया कि स्मार्ट मीटर वहीं लगेगा, जहां बिजली के खंभे हैं। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के दौरान ही स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया चालू हुई थी। हमने उसे आगे बढ़ाया है। 2026 के अंत तक प्रदेश के हर घर में स्मार्ट मीटर लगा दिए जाएं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद लोगों पर आर्थिक बोझ कम होगा।
यहां लगेंगे स्मार्ट मीटर
पहले प्रोजेक्ट में जयपुर के सांगानेर, प्रतापनगर, जगतपुरा, पुराना घाट, आमेर, झोटवाड़ा, भांकरोटा और टोंक संभाग में स्मार्ट मीटर लगेंगे। इसके अलावा भरतपुर, कोटा संभाग के 22 सब डिवीजन में पहले ही स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।