न्यूजवेव@ कोटा
आयुर्वेद विभाग की विशिष्ट संगठन योजना के तहत कोटा जिले के मोडक कस्बे में आयुर्वेद शल्य चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया, जिसमें कुल 2450 मरीजों का इलाज संभव हुआ जिसमें 90 मरीजों को शल्य चिकित्सा के लिए चुना गया। इनमें 62 पुरुष और 28 महिलायें थी। अग्निकर्म शिविर में करीब 1200 मरीजों को रोग मुक्त किया गया।
शिविर के मुख्य अतिथि उपखंड अधिकारी आईएएस कनिष्क कटारिया ने कहा कि ग्रामीण रोगियों को स्वास्थ्य सेवायें देने वाले ऐसे शिविर दोबारा लगाये जाएं। जिला कलक्टर ओ.पी.बुनकर ने शिविर की सफलता के लिये बधाई दी। विशिष्ट अतिथि उपनिदेशक डॉ. बाला प्रसाद ने इसे अब तक का सर्वश्रेष्ठ शिविर बताया।
महिला शल्य शिविर प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने शिविर में अतिरिक्त निदेशक डॉ ललित कुमार शर्मा, डॉ जिनेन्द्र, डॉ गौरव, रामचरण, शिविर के सह प्रभारी डॉ नरेश कुमार, शल्य रोग विशेषज्ञ डॉ. मदन गोपाल सारस्वत, डॉ. बृजराज मालव और डॉ.सीमा को साधुवाद दिया, जिन्होने मरीजों की शल्य चिकित्सा में पूर्ण सहयोग किया। शिविर में डॉ.चंद्रेश तिवारी ने अग्निकर्म चिकित्सा से सेवायें दी।
इस शिविर में चिकित्सक डॉ राजेंद्र हाडा, डॉ ऋतु जैन, डॉ पवन सोनी, डॉ मनोज मीणा, डॉ मोहम्मद असलम, डॉ.पूजा मीणा, डॉ प्रतिभा सिंह, डॉ दीपक सहित 11 नर्स कंपाउंडर और 8 परिचारक ने रोगियों की जांच करने में सहयोग किया। शिविर में मंगलम सीमेंट, मोदी परिवार, पूर्व सरपंच राजकुमार ओरा, सरपंच कैलाश भाई ने स्थानीय स्तर पर बहुत सहयोग किया।