दोनों राज्यों की 48 बसों से विभिन्न जिलों के लिये निकले
न्यूजवेव@ कोटा
लॉकडाउन के दौरान कोटा से हजारों कोचिंग विद्यार्थियों का अपने घरों की ओर लौटना जारी है। उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, गुजरात व दमन-दीव के बाद शुक्रवार को असम व हरियाणा सरकार ने अपने राज्यों के कोचिंग विद्यार्थियों को बुलाने के लिये कोटा में बसें भेज दी। जिला कलक्टर ओम कसेरा ने सभी कोचिंग संस्थानों के विद्यार्थियों को तीन बस पॉइंट से एडवाइजरी की पालना करते हुये सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने के निर्देश दिये।
हरियाणा सरकार ने 31 बसें कोटा भेजीं, जिनमें शहर के तीन बस पॉइंट से सभी कोचिंग संस्थानों से जेईई-मेन तथा नीट के 843 विद्यार्थी अपने सामानों सहित घरों के लिये रवाना हुये। इन स्टूडेंट्स को 5 जिलों फरीदाबाद, भिवानी, झझर, रेवाडी व अम्बाला में भेजा जायेगा, जहां क्वेरेंटाइन करके के बाद इन्हें घरों पर रवाना किया जायेगा।
इसी तरह, असम के लिये 18 स्लीपर कोच बसों से शुक्रवार को 389 विद्यार्थी रवाना हुये। सभी विद्यार्थियों को लॉकडाउन एडवाइजरी के अनुसार, सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुये मास्क व सेनेटाइजर के साथ बसों में बिठाया गया। एलन कोचिंग संस्थान द्वारा विद्यार्थियों को भोजन के पैकेट भी दिये गये।
अन्य राज्यों की बसें भी जल्द आयेंगी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा सभी राज्य सरकारों से बच्चों को घरों तक पहुंचाने की अपील की थी, उसके बाद सभी राज्यों से बसें कोटा आने लगी हैं। उन्होंने कहा कि कम उम्र के विद्यार्थियों को अपने परिवारों तक पहंुचाने में राज्य सरकार का सहयोग करें।
शनिवार को हिमाचल प्रदेश के लगभग 100 विद्यार्थी बसों से रवाना होंगे। कोटा जिला प्रशासन ने घर लौटने के इच्छुक राजस्थान के अन्य जिलांे से कोटा में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिये एक गूगल फॉर्म जारी किया है, जिसमे छात्र अपना आईडी, मोबाइल नंबर तथा जिस माध्यम से वह घर जाना चाहता है, उसे दर्शाना होगा। इसके लिये एक हैल्पलाइन नंबर 0744-2325342 जारी किये गये हैं।
बिहार के सर्वाधिक विद्यार्थी कोटा में
सूत्रों के अनुसार, इस समय कोटा में बिहार के 11 हजार से अधिक, झारखंड के 3000, महाराष्ट्र के 1800, पश्चिम बंगाल व छत्तीसगढ़ के 2500-2500, महाराष्ट्र के 1800 एवं ओडीशा के करीब 1000 विद्यार्थी कोटा में मौजूद हैं। जम्मू-कश्मीर के छात्र-छात्राओं को सुरक्षित घर भेजने के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वार्ता कर रहे हैं।