सरपंचों से संवाद : शहरों से गांवों तक सोशल डिस्टेसिंग में कोई छूट या ढील नहीं दें।
न्यूजवेव@ नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के सरपंचों के साथ संवाद में कहा कि कोरोना महामारी ने लोगों के काम करने के तरीके बदले दिये हैं। साथ ही आत्मनिर्भर बनने का अच्छा सबक भी सिखाया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत ने हमें ‘दो गज देह की दूरी’ का मंत्र दिया है, यह लोगों की बुद्धिमत्ता को दर्शाता है। इस मंत्र की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे लोगों में सामाजिक दूरी बनाए रखने का अभ्यास होगा।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हमें याद रखना होगा कि किसी भी एक व्यक्ति की लापरवाही पूरे गांव को भारी खतरे में डाल सकती है, इसलिए इसमें छूट या ढील देने की कोई गुंजाइश नहीं है। प्रधानमंत्री ने सरपंचों से क्वारंटाइन, सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क से चेहरे को कवर करने के साथ ही गांवों के बुजर्ु्गों, दिव्यांगजनों एवं जरूरतमंदों का विशेष ध्यान रखने का अनुरोध किया।
उन्होंने ग्रामीणों से ‘आरोग्य सेतु एप’ को डाउनलोड करने की अपील की। पचायत का प्रत्येक व्यक्ति इस एप को अवश्य डाउनलोड करे। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना गांवों के गरीबों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में सामने आई है। इस योजना से 1 करोड़ गरीब मरीजों को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिला है।
उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्मों ई-नाम और जेम पोर्टल का उपयोग करने की अपील की ताकि गांव की उपज की बेहतर कीमतें पाने के लिए बड़े बाजारों तक पहुंच सके। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब और असम के सरपंचों के साथ संवाद किया। इस दौरान उन्होंने एक एकीकृत ‘ई-ग्राम स्वराज पोर्टल एवं मोबाइल एप’ और ‘स्वामित्व योजना’ का शुभारंभ किया
‘दो गज दूरी’ का मंत्र कोरोना महामारी को रोकेगा – प्रधानमंत्री
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