विजयवर्गीय स्थानीय सभा द्वारा आयोजित कथा में जिला कलक्टर ने कोकिल बाबा से लिया आशीर्वाद
न्यूजवेव @ कोटा
संसार में रमण करने वाले भोग को जब इंसान जानवरों की तरह उपयोग करने लगता है तो ऐसे मनुष्य अगले जन्म में पशु योनि को प्राप्त होते है। मानव योनि में कर्म करने से पुण्य क्षीण नहीं होते उतरोत्तर सुकर्म से बढ़ते है। मानव योनि को पाकर कर्म में भटक जाने वाले को निम्न योनियों में जाना पड़ता है। ये उद्गार बुधवार को रामजी कोकिल बाबा ने विनोबा भावे नगर स्थित श्रीरामचरण धर्मशाला में विजयवर्गीय स्थानीय सभा दादाबाड़ी की ओर से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा अमृतपान यज्ञ महोत्सव में कहे।
कोकिल बाबा ने कथा के सातवें दिन श्रृद्धालुओं से कहा कि मनुष्य को प्रतिदिन प्रार्थना जरूर करनी चाहिए। प्रार्थना की ताकत कई गुना होती है और परमात्मा को झकझोर देने की क्षमता रखती है।कथा के मुख्य संयोजक चंद्रप्रकाश विजयवर्गीय ने बताया कि बुधवार को जिला कलक्टर ओमप्रकाश कसेरा, मोशन एजुकेशन के निदेशक नितिन विजय, एलेन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी, श्याम परिवार के रघुनंदन अग्रवाल ठप्पा जी आदि ने व्यासपीठ की पूजा अर्चना कर वृंदावन के संत कोकिल बाबा का आशीर्वाद ग्रहण किया।
देवपूजन व पूर्णाहूति आज
अध्यक्ष गजेंद्र विजय व महामंत्री प्रेमचंद विजय ने बताया कि कोकिल सत्संग समिति वृंदावन के अखिल भारतीय अध्यक्ष आर.के.अग्रवाल आदि श्रद्धालुओं ने कथा का आनंद उठाया। विजय ने बताया कि कथा में गुरुवार सुबह देवपूजन व हवन के साथ भागवत कथा की पूर्णाहूति होगी।