न्यूजवेव@ कोटा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोटा की जनसभा में चंबल रिवर फ्रंट में भ्रष्टाचार के आरोप का यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब दिया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भ्रष्टाचार हुआ है तो केंद्र सरकार जांच करवा ले। देेश के प्रधानमंत्री इस स्तर की बयानबाजी करें उनको शोभा नहीं देता। प्रधानमंत्री झूठे वायरल वीडियो पर भी आरोप लगाकर चले गये। एक महिला को वोट के लिए 25000 रू दिए जाने वाले वायरल वीडियो का भी खंडन करते हुए महिला का स्पष्टीकरण भी पत्रकारों को बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने झूठी अफवाहें फैलाकर वीडियो वायरल किया था अब सच सामने आ गया है।
घन्टी हादसे पर जताया दुःख
मंत्री शांति धारीवाल ने चंबल रिवर फ्रंट पर घंटी को सांचे में से निकलते वक्त हादसा होने पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि इंजीनियर देवेंद्र आर्य हमारी एसेट थे। उनके नाम विश्व रिकॉर्ड भी बनने जा रहा था लेकिन हादसे में उनकी मौत हो गईं। मेरी संवेदना उनके साथ हैं। बीजेपी ने उनके बेटे से गलत वीडियो बनवाकर वायरल करवाया। उन्होंने कहा कि दिवंगत देवेंद्र आर्य पर घंटी को निकालने के लिए ना तो कभी यूआईटी ने दबाव बनाया और ना ही मैंने कभी उनसे इस बारे में चर्चा की। वह स्वयं ही कह कर गए थे कि 50 दिन में सांचे को ठंडा होने में समय लगेगा। उसके बाद 60 दिन बाद वह कोटा आए थे और उन्होंने घंटी को सांचे से निकलने का कार्य शुरू किया था लेकिन हादसा हो गया। वैसे भी घंटी को सांचे से निकलने का प्रोसेस में 6 महीने का वक्त लगता लेकिन बीजेपी वाले बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
एनजीटी में झूठी शिकायत का सच सामने आएगा
बीजेपी द्वारा लगातार चंबल रिवर फ्रंट में नियमों की अनियमितताओ का आरोप लगाया जा रहा है। मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि अजमेर के लोगों से झूठी शिकायत एनजीटी में करवाई गई। एनजीटी टीम दो दिन कोटा आकर चंबल रिवर फ्रंट की विजिट करके गई है। हमने किसी नियम की अवहेलना नहीं की है। एनजीटी की रिपोर्ट से यह साफ हो जाएगा। उन्होंने चंबल रिवर फ्रंट मामले पर वन विभाग द्वारा जारी क्लीयरेंस का पत्र दिखाते हुए कहा कि षडयंत्रपूर्वक फर्जी नोटिस जारी किया गया था। मुख्य वन संरक्षक एवं कोटा के उपवन संरक्षकों द्वारा रिवर फ्रंट के बारे में स्पष्ट आदेश जारी किया है।
बिजली कंपनी तत्कालीन विधायकों की रजामंदी से आई ऑडियो भी सुनाया
कोटा में निजी बिजली कंपनी केईडीएल पर धारीवाल ने कहा कि तत्कालीन भाजपा विधायकों द्वारा बिजली कंपनी को कोटा में लाने के लिए सहमति दी। कांग्रेस सरकार बनते ही हमने बिजली कंपनी के कारनामों को उजागर किया और करवाई की। लेकिन भाजपा सरकार ने बिजली कंपनी से 20 साल का एग्रीमेंट किया गया था इसलिए कंपनी कोर्ट से स्टे ले आई। पत्रकारों को मंत्री शांति धारीवाल ने भाजपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे पुष्पेंद्र सिंह की बातचीत का ऑडियो भी सुनाया जिसमें तत्कालीन विधायक प्रहलाद गुंजल, संदीप शर्मा, भवानी सिंह राजावत सहित अन्य विधायकों की सहमति का जिक्र था।
एयरपोर्ट के मुद्दे पर गुमराह कर रही केंद्र सरकार
कोटा में एयरपोर्ट को लेकर भी पीएम मोदी द्वारा राज्य सरकार पर लगाए गए आरोप पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि केंद्रीय नागरिक उद्यान मंत्री खुद कह रहे हैं कि राज्य सरकार ने हमें एयरपोर्ट के लिए जमीन आवंटित कर दी हैं जो अतिरिक्त जमीन है वह वन विभाग में आती हैं। राज्य सरकार द्वारा नए एयरपोर्ट को लेकर विभाग द्वारा जब-जब भी जमीन एवं स्वीकृति हेतु राशि की मांग की गई उसको राज्य सरकार ने समय पर पूर्ण किया है। लेकिन केंद्र सरकार नहीं चाहती कि कोटा में एयरपोर्ट का निर्माण हो जबकि मुख्यमंत्री कोटा में प्रस्तावित एयरपोर्ट की जमीन का अवलोकन करके गए थे। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार अगर नया एयरपोर्ट बनाने में सहमत नहीं है तो राज्य सरकार ही कोटा में बना देगी नया एयरपोर्ट।
विकास के दम पर हम बड़े अंतर से जीतेंगे
पत्रकार वार्ता में मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि शहर में अभूतपूर्व विकास से शहरवासियों को सुविधाओं का लाभ बहुत मिल रहा है। हर क्षेत्र के लोग विकास कार्यों से खुश हैं और कोटा उत्तर से कांग्रेस की बड़ी जीत के लिए आश्वस्त हैं। बुधवार को धारीवाल ने नदी पार क्षेत्र के वार्ड 50 में जनसंपर्क किया। वार्ड 50 रिद्धि सिद्धि नगर से जनसंपर्क अभियान की शुरुआत के साथ ही क्षेत्र वासियों ने मंत्री धारीवाल का जोरदार स्वागत किया क्षेत्र के मंदिर समितियां सामाजिक संगठनों एवं महिलाओं के अलग-अलग संगठनों ने क्षेत्र में करवाए गए विकास कार्यों पर आभार व्यक्त करते हुए पुष्प वर्षा कर फूलमालाओं और जगह-जगह स्वागत द्वार लगाकर मंत्री धारीवाल का स्वागत सम्मान किया। मंत्री धारीवाल ने वार्ड के चंचल बिहार लक्ष्मण विहार लैंडमार्क सिटी न्यू कमल उद्यान समेत वार्ड के प्रत्येक गली मोहल्ले में पहुंचकर सरकार की गारंटी योजनाएं के बारे में आम जन से चर्चा की।