विकास की उंची उड़ान:
– आपत्तियां दूर होने से राज्य के पिछडे़ जिले को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर मिलेगी पहचान।
– एयर कनेक्टिविटी मिलने से विदेशी निवेशक आएंगे। एक्सपोर्ट, एग्रो व फूड प्रोसेसिंग, कोटा स्टोन इंडस्ट्री आदि में ग्रोथ आएगी।
– कोटा व झालावाड़ मार्ग पर मुकंदरा टाइगर रिजर्व व नेशनल पार्क विकसित होने से टूरिज्म बढे़गा।
– एयरपोर्ट बनने पर एटीआर-72 तथा एयरबस-320 जैसे विमान पहली बार यहां से उड़ान भरेंगे।
कोटा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के झालरापाटन निर्वाचन क्षेत्र में कोलाना इंटरनेशनल एयरपोर्ट खोलने की दूरगामी योजना है। राज्य सरकार के मास्टर प्लान के अनुसार, झालावाड़ से 6 किमी दूर कोलाना हवाईपट्टी का तीन चरणों में विस्तार कर 3000 मीटर लम्बा व 150 मीटर चौड़ा रनवे बनाया जाएगा। वर्तमान में रनवे 1710 मीटर का है। निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार, निर्माण कार्य पूरा होने के बाद पहले चरण में यहां से एटीआर-72 तथा 180 पेसेंजर क्षमता वाली एयरबस ए-320 जैसी डोमेस्टिक एवं विदेशी विमानों की उड़ानें चालू की जा सकती है।
हालांकि एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित 120.40 हैक्टेयर भूमि के प्रत्यावर्तन के प्रस्ताव पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने तीन बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज कराई थी। उसके पश्चात्अब 1700 मीटर के रन-वे को बढाकर 3000 मीटर तक किया जाएगा। फिलहाल जिला प्रशासन ने राजस्व एवं प्राइवेट भूमि अधिग्रहण की है। बदले में वनविभाग को डग क्षेत्र के हरनावदा में भूमि दे गई है। विद्युत लाइनों की शिफ्टिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। आपत्तियां दूर हो जाने से यहां निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
कंसलटेंसी कंपनी संगीता एविएशन सर्विसेस से मिली जानकारी के अनुसार, पहले चरण में कोलाना एयरपोर्ट का 85 एकड़ एरिया में विस्तार कर बाउंड्री वाल, रनवे, टेक्सी वे, एप्रन, कारगो टर्मिनल, फायर स्टेशन, एविएशन हेंगर, विमानों के आने-जाने के टर्मिनल, एयर साइड पेरीमीटर रोड, कवर्ड पार्किंग सहित पिरामिड शेप में 12 मीटर उंचाई वाली चार मंजिला अत्याधुनिक बिल्डिंग का चरणबद्ध निर्माण किया जाएगा। कंपनी ने अपनी विस्तृत तकनीकी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी।
वर्तमान में कोलाना हवाईपट्टी पर 5976 लम्बे व 100 फीट चौडे़ रनवे से छोटे घरेलू विमानों का संचालन हो रहा है। अभी एयरबस-320 केवल मुंबई व दिल्ली एयरपोर्ट पर संचालित होती हैं। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रोजाना 61 फ्लाइट संचालित होती हैं, जिनसे प्रतिवर्ष 2 से 5 लाख यात्री हवाईयात्रा करते हैं। वर्तमान में जयपुर से 8 इंटरनेशनल फ्लाइट्स संचालित हो रही हैं, जो निकट भविष्य में कोलाना एयरपोर्ट से भी जुड़ सकेंगी।
फूड कोर्ट व आर्ट गैलेरी भी होगी
प्रस्तावित एयरपोर्ट की 4 मंजिला सुसज्जित बिल्डिंग में 4 चेकइन काउंटर, 8 टिकट काउंटर, 2 सिक्यूरिटी काउंटर, पेसेंजर होल्डिंग एरिया के साथ ही फूड कोर्ट, आर्ट गैलेरी तथा वीआईपी लांज होंगे। कोलाना एयरपोर्ट कोटा से 86 किमी तथा जयपुर से 305 किमी दूरी पर है। राज्य में अभी जयपुर इंटरनेशल एयरपोर्ट तथा 5 अन्य डोमेस्टिक एयरपोर्ट हैं। नए एयरपोर्ट से समूचे हाड़ौती अंचल में एयर टैªफिक कई गुना बढ़ सकता है।
विकास का गेेट-वे बनेगा झालावाड़
कोलाना इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाए जाने पर राज्य के हाडौती संभाग में 4 जिलों कोटा, बूंदी, बारां व झालावाड़ तथा सवाईमाधोपुर, चित्तौड़ एवं मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों मंदसौर, नीमच, रतलाम, गुना आदि क्षेत्रों में औद्योगिक, व्यापारिक, एग्रीकल्चर, एक्सपोर्ट, टूरिज्म आदि में विकास के नए द्वार खुलेंगे। एनएच-12 को फोरलेन एवं स्टेट हाईवे का विस्तार कर देने से सड़क मार्गों से एयरपोर्ट तक पहुंच आसान रहेगी। पर्यटन की दृष्टि से यहां झालावाड म्यूजियम, गागरोन किला, भवानी नाट्यशाला, चंद्रभागा मंदिर, कोलवी की गुफाएं, मुकंदरा नेशनल पार्क, रामगढ़, शेरगढ़ सेंचुरी, भीमसागर बांध, अतिशय जैन तीर्थस्थल आदि ऐतिहासिक व हैरिटेज स्थल हैं, जिनसे यहां घरेलू एवं विदेशी पर्यटकों का आवागमन बढे़गा। नागरिकों का कहना है कि झालावाड़ जिला सभी क्षेत्रो ंमें विकास का गेट-वे बनकर उभरेगा।
नए उद्योग, होटल व एग्रो बिजनेस सेंटर खुलेंगे
झालावाड़ जिले में यदि अंतरराष्ट्रीय हवाईसेवाएं शुरू होती हैं तो नए प्रोसेसिंग उद्योग, एक्सपोर्ट बिजनेस, हेरिटेज होटल आदि खुलेंगे। सड़क, बिजली व पानी की उपलब्धता एवं एयर कनेक्टिविटी होने से जिले में विदेशी निवेशकों की रूचि बढे़गी। जिले में संतरा, धनिया, कपास, अफीम की पैदावार काफी होती है। इनकी अत्याधुनिक प्रोसेसिंग यूनिटें भी आएंगी। कोटा स्टोन की खनन क्षेत्र होने से जिले में इसके निर्यातक भी आने लगेंगे। जिले से बोहरा समाज के परिवार दुबई एवं खाड़ी के देशों में रहते हैं, एयरबस-320 प्रारंभ होने से यहां से दुबई, मस्कट, शरजाह, सिंगापुर, बैंकाक आदि के लिए नियमित फ्लाइट मिलने लगेंगी। राज्य सरकार की योजना है कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रारंभ करने से जिले का पिछड़ापन दूर होगा और ग्रामीण क्षेत्र के लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे।
एयरपोर्ट से रियल एस्टेट में उछाल
कोलाना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मास्टर प्लान पर अमल करते हुए राज्य सरकार ने आसपास की भूमि को अवाप्त कर लिया। इसके बाद कोलाना, मंडावर, ब्यावरा, मुंडेरी व राजगढ़ क्षेत्र में जमीनों की कीमतें दो से तीन गुना बढ गईं। एक वर्ष पूर्व कोलाना में भूमि 10 लाख बीघा थी, वो अब 25 से 30 लाख रू. हो गई। मंडावर में 7 लाख से बढकर 15 लाख रू, ब्यावरा में 50 हजार से बढ़कर 3 लाख रू, मुंडेरी में 5 लाख से बढ़कर 9 लाख रू तथा रेलवे स्टेशन क्षेत्र में 5 लाख से बढ़कर 10 लाख रू. प्रति बीघा की दरें हो गई।