Wednesday, 6 November, 2024
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कोटा शहर के आवासीय क्षेत्रों में पैंथर व भालू का आतंक

पैंथर की निगरानी व सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने दिये दिशानिर्देश। वन्यजीवों को पकडने में विफल रहा वनविभाग
न्यूजवेव कोटा
शहर के मालारोड व भदाना, बोरखेड़ा व सरस्वती कॉलोनी के आसपास आवासीय इलाकों में पिछले कुछ दिनों से नागरिकों को पैंथर (तेन्दुआ) दिखाई दे रहा है। यह सूचना मिलने पर जिला कलक्टर मुक्तानन्द अग्रवाल ने वन विभाग को कड़ी निगरानी रखते हुए सुरक्षा के लिये आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये है। उन्होंने शहरवासियों की जीवन रक्षा के लिए बुधवार 30 जनवरी को एडवाइजरी जारी की। पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने भी मंगलवार 29 जनवरी को नागरिकों से अपील की कि ऐसे क्षेत्रों में मॉर्निंग एवं इवनिंग वॉक करने वाले माला रोड़ से गुजरते हुए अलर्ट रहें। बच्चों के साथ सावधानी बरतें। कहीं वन्यजीव दिखाई देने पर शोर न मचाएं और तुरंत पुलिस प्रशासन को फोन नंबर- 0744-2350777 एवं 0744-2350778 पर सूचित कर दें।
रात्रि में अकेले बाहर नहीं निकलें
जिला कलक्टर द्वारा जारी एडवाईजरी के अनुसार, देर रात्रि में नागरिक सूने स्थानों पर अकेले नहीं निकलें। आवश्यक कार्य होने पर 2-3 के झुण्ड बनाकर आवाज करते हुए निकलें, जिससे आसपास जंगली जानवर की उपस्थिति का पता लग सकेगा।
उन्होंने बताया कि रात्रि में पेड-पौधे, झाडियों आदि में जंगली जानवर हो सकता है। ऐसे में अच्छी तरह देखभालकर टॉर्च व डंडा आदि लेकर बाहर निकलें। उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया है कि सूनी सडक पर वन्यजीव दिखाई देने पर वाहन से नहीं उतरें। वन्यजीव को देख हल्ला न मचायें और पास न जाएं। केवल फोटोग्राफी करने से बचें। इसके स्थान पर आवश्यक कार्रवाही के लिये पुलिस नियंत्रण कक्ष एवं वन विभाग को फोन पर सूचित करें।
उन्हांेने कहा कि बाईक या स्कूटी सवार वन्यजीव के मूवमेंट पर सतर्क होकर जाएं एवं वन्यजीव के सडक क्रॉस करते हुये दिखाई देने पर यू-टर्न लेकर वापस लौट जाएं और सुरक्षित रास्ते से निकले। संभावित क्षेत्रों में बच्चों को अकेले खेलने के लिये नहीं छोडे़। ऐसे इलाकों में एकान्त स्थानों पर खुले मैदानों में रहने वाले कामगार एवं मजदूर रात्रि में विशेष सावधानी रखें।
सुरक्षा के लिये हेल्पलाइन नंबर
उन्होंने कहा कि जनता अफवाहांे से दूर रहे। किसी भी क्षेत्र में वन्यजीव दिखाई देने पर उप वन संरक्षक जोधराज सिंह हाडा को मोबाइन नंबर 9414031141 एवं सहायक वन संरक्षक तरूण मेहरा को मोबाइन नंबर 9252020156 पर अथवा पुलिस कन्ट्रोल रूम, कोटा के नम्बर 0744-2350777 पर तत्काल सूचना दें।
कोटा थर्मल परिसर में भी पैंथर व भालू की दशहत
पिछले 2-3 माह से कोटा थर्मल पावर प्लांट के परिसर एवं नांता क्षेत्र में भी पैंथर एवं भालू जैसे वन्यजीवों से नागरिकों व कर्मचारियों में दशहत का माहौल है। इन क्षेत्रों में वन्यजीव विभाग ने पिंजरे व सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं, लेकिन अभी तक कोई वन्यजीव पकड़ में नहीं आ सका। जबकि नांता व थर्मल क्षेत्र में कुछ नागरिकों को भालू ने घायल भी किया है। पैंथर गायों व अन्य जानवरों को शिकार बना रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि थर्मल परिसर में बरसात के बाद से झाड़ियों की कटिंग नहीं होने से घना जंगल जैसा वातावरण हो गया है। प्लांट की सभी 7 इकाइयां चालू रहने से कोयला क्षेत्र में ठेका श्रमिक 24 घंटे कार्य करते हैं। यह परिसर चंबल नदी किनारे होने से कई वन्यजीव यहां खुलकर विचरण करने लगे हैं। भालुओं की संख्या में वृद्धि होने से सीआईएसएफ के जवानों एवं कर्मचारियों में भय बना रहता है। इनकी रोकथाम के लिये अभी तक वन्यजीव विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाये हैं।

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