‘संभल गये तो संवर गये’ म्यूचअल फंड सेमीनार में मुंबई के एक्सपर्ट ने दिये मंत्र
न्यूजवेव @ कोटा
शहर की स्वयंसेवी संस्थाओं जेसीआई कोटा चम्बल, JCI कोटा सुरभि, JCI कोटा शक्ति, JCI कोटा प्राइड एवं RAAGA फाइनेंशियल एडवाइजरी के संयुक्त तत्वावधान में पुरूषार्थ भवन में समृद्धि की पाठशाला ‘संभल गये तो संवर गये’ आयाजित की गई।
सेमीनार में IDFC म्यूचअल फंड, मुंबई के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट जय शर्मा ने म्यूचअल फंड में सुरक्षित निवेश करने के तरीके बताते हुए उपयोगी टिप्स दिये। उन्होंने कहा कि देश में म्यूचअल फंड के क्षेत्र में 42 कंपनियां काम कर रही हैं। निवेशक यह ध्यान रखें कि जो कंपनी ज्यादा रिटर्न देने की गारंटी दे रही है, उसके दावों में कितनी सच्चाई है। उनसे सवाल पूछें कि इतना रिटर्न कैसे और कहां से देंगे। उन्होने कहा कि कई लोग जीवन बीमा पॉलिसी को सुरक्षित निवेश मान लेते हैं जबकि इसमें जीवन को सुरक्षित रखने का बीमा होता है, बचत नहीं। म्यूचअल फंड में ऐसा निवेश होता है, जिसे जरूरत पडने पर निकाल सकते हैं। वो भी कंपनी को फोन कॉल या इंटरनेट या फिर एजेंट के माध्यम से। तीन दिन में निवेशक को उसकी राशि मिल जाती है।
बैंक से ज्यादा ब्याज
शर्मा ने कहा कि आमतौर पर लोग बैंकों में एफडीआर करवाते हैं। लेकिन बैंक उन्हें FDR पर 7 से साढ़े सात प्रतिशत तक ब्याज देते हैं, जबकि म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर कंपनियां 12 से 27 प्रतिशत तक रिटर्न देती हैं। बशर्ते निवेश की अविध का समय अधिक हो।
अलग-अलग कंपनियों में करें निवेश
उन्होंने कहा कि निवेशक को जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार इक्विटी, डेट या बैलेंस्ड म्यूचअल फंड चुनना चाहिए। कभी एक ही कंपनी में पूरे पैसों का निवेश नहीं कर अलग-अलग कंपनियों में निवेश करना चाहिए। दूसरों की देखादेखी ना करें क्योंकि हर आदमी की जेब, उसके सपने एवं खर्चा अलग-अलग होता है। हर वक्त अपनी जोखिम को जांच लें।