- क्षतिग्रस्त सड़कों का पेचवर्क रक्षाबंधन से पहले कराने के निर्देश, केडीए अधिकारी क्वालिटी पर ध्यान दें
- डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड की सड़कों की मरम्मत संबंधित ठेकेदार से करवाने के निर्देश
न्यूजवेव @ कोटा
जिला कलक्टर पीयूष समारिया बुधवार को शहर की क्षतिग्रस्त सडकों को देखने के लिये निकले। उन्होंने बारिश में क्षतिग्रस्त हुई शहर की मुख्य सड़कों एवं मुख्य चौराहों का निरीक्षण किया। उन्होंने केडीए अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहर के मुख्य चौराहों एवं चंबल नई पुलिया पर अत्यधिक क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत रक्षाबंधन से पहले र्की जाये।
जिला कलक्टर ने सबसे पहले नयापुरा के विवेकानन्द सर्किल पहुंचकर आसपास क्षतिग्रस्त सड़क ठीक करने के निर्देश दिए। इसके बाद वे सीधे कुन्हाड़ी पेट्रोल पंप चौराहा पहुंचे और वहां चौराहे के आसपास उखड़ी हुई सड़क दो दिन में सही कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्किल पर गड्ढे एवं ऊबड़-खाबड़ सड़कों से दुपहिया एवं चौपहिया वाहन चालकों को भारी परेशानी होती है। जहां बार-बार गड्ढे पड़ने और सड़क उखड़ने की शिकायत आ रही है वहां ढलान और सड़क का अलाइनमेंट चेक करने के बाद सीसी पेचवर्क किया जाए।
मरम्मत संबंधित ठेकेदार से करवाने के निर्देश
उन्होंने डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड की सड़कों की मरम्मत संबंधित ठेकेदार से करवाने के निर्देश दिए। सडकों की मरम्मत ऐसी हो कि पेचवर्क लंबे समय तक चलें।
समारिया ने जेडीबी कॉलेज के सामने स्थित सर्किल स्थित फव्वारा देख केडीए अधिकारियों से पूछा कि यह चलता है या नहीं? उन्होंने सर्किल पर घास की कटिंग करवाने और सौंदर्यकरण करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने सावित्री बाई फुले की मूर्ति के पीछे नाले का निरीक्षण किया और उखड़े हुए कवर सही करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने एरोड्रम सर्किल पर टूटी हुई सड़क एवं गड्ढे दो दिन में ठीक कराने के निर्देश दिए। इसके बाद वे गणेश नगर स्थित धरणीधर चौराहा पहुंचे और वहां क्षतिग्रस्त डिवाइडर ठीक करने के निर्देश दिए। नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ऑफिस के सामने क्षतिग्रस्त सड़क एवं स्पीड ब्रेकर की मरम्मत शीघ्र करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
रिपेयर हुई सड़क अगली बारिश में फिर नहीं टूटे
समारिया ने कहा कि केडीए, नगर निगम एवं पीएचईडी अधिकारियों की एक संयुक्त टीम उन सड़कों का चिन्हीकरण करे जहां नीचे पानी एवं सीवर लाइन होने के कारण ओवरफ्लो से सड़कों को नुकसान होता है। उन्होंने इसका समाधान निकालने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कार्य में गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग करने, ढलान का ध्यान रखने, तथा रोड़ कट कर क्वालिटी पेचवर्क करने के निर्देश दिए ताकि रिपेयर की हुई सड़क अगली बारिश में फिर से नहीं टूटे। दौरे में केडीए आयुक्त हरफूल यादव, निदेशक अभियांत्रिकी रविन्द्र माथुर सहित अन्य अभियंता साथ रहे।
नागरिकों ने हालात बयां की
नागरिकों ने जिला कलक्टर से शिकायत की है कि रंगबाडी मार्ग पर पेट्रोल पम्प से घटोतकच्छ सर्किल तक मुख्य सडकें क्षतिग्रस्त होने से सडकों पर रेती बिखरी हुई है, जिससे रोज सडक हादसे हो रहे हैं। इसी तरह, ओपेरा हॉस्पिटल से तलवंडी तक मुख्य सड़क पर बार बार खुदाई करने से कभी पेवर रोड नहीं बन सका। जगह-जगह गड्डे हो रहे हैं। पूरे साल इस रोड पर खुदाई का कार्य जारी रहता है। जबकि इस सडक से सर्वाधिक कोचिंग विद्यार्थी गुजरते हैं। वे कोटा की बदहाल सडकें देखकर चौंक जाते हैं।