Thursday, 30 October, 2025

जेईई-एडवांस्ड के लिए 10 हजार परीक्षार्थी बाहरी केंद्रों पर रवाना

6 देशों के ऑनलाइन सेंटर्स पर सिर्फ 36 स्टूडेंट रजिस्टर्ड  हुए जबकि कोटा में 10 हजार परीक्षार्थियों के लिए सेंटर नहीं

न्यूजवेव @ कोटा
कोटा में 10,000 से अधिक परीक्षार्थी होने के बावजूद संयुक्त प्रवेश बोर्ड (जेब) ने जेईई-एडवांस्ड, 2018 का ऑनलाइन परीक्षा केंद्र कोटा में बहाल नहीं किया। आईआईटी,कानपुर द्वारा विश्वस्तरीय परीक्षा के लिए देश के 155 शहरों में ऑनलाइन सेंटर्स बनाए गए हैं। राज्य के 7 शहरों में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अलवर, अजमेर व बीकानेर में विभिन्न परीक्षाकेंद्रों पर 20 मई को ऑनलाइन पेपर होगा।

शिक्षाविदों एवं कोचिंग संस्थानों के निदेशकों ने बताया कि 12 लाख की आबादी वाले एजुकेशन हब कोटा में सभी संकायों की प्रवेश परीक्षाओं के परीक्षा केंद्र हैं लेकिन जेईई-एडवांस्ड का सेंटर नहीं होने से तीन दिन पूर्व भीषण गर्मी में परीक्षार्थियों को बाहर जाना पड़ रहा है। परीक्षा से ठीक पहले बच्चों पर आर्थिक, मानसिक व शारीरिक दबाव बढ़ाना न्यायोचित नहीं है।

सरकार एक ओर आईआईटी में गर्ल्स का प्रवेश बढ़ाने के लिए 14 प्रतिशत सीटों पर रिजर्वेशन दे रही है, दूसरी ओर गर्ल्स को जेईई-एडवांस्ड के लिए परीक्षा केंद्र तक नहीं मिल रहा है।

शहर में राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी, कोटा यूनिवर्सिटी सहित इंजीनियरिंग कॉलेजों व सीबीएसई स्कूलों में आधुनिक कम्प्यूटर लैब हैं, जहां 10 हजार से अधिक विद्यार्थी दो पारियों में ऑनलाइन पेपर दे सकते हैं। साथ ही ऑनलाइन परीक्षा की सुरक्षा एवं गोपनीयता को लेकर यहां कोई खतरा नहीं है, इसलिए अगले वर्ष जेईई-एडवांस्ड का सेंटर कोटा में बहाल किया जाए।

5 वर्षों से कोटा में जेईई-एडवांस्ड का सेंटर नहीं
सीबीएसई द्वारा आयोजित जेईई-मेन के ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों सेंटर कोटा में हैं। लेकिन 2011 में आईआईटी बोर्ड ने जेईई का सेंटर कोटा से केवल इस आधार पर हटा दिया था कि यहां कोचिंग संस्थान होने से प्रवेश परीक्षा की गोपनीयता भंग हो सकती है तथा पेपर लीक होने की संभावना रहेगी। जबकि सच्चाई यह है कि आज तक प्रवेश परीक्षाओं का एक भी पेपर कोटा में लीक नहीं हुआ। ऐसे में शहर का नाम संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की श्रेणी से बाहर निकाला जाए।

6 देशों में सेंटर, फिर कोटा में क्यों नहीं

नेशनल काउंसलर नीलेश गुप्ता ने आईआईटी बोर्ड से आरटीआई के जरिए यह जानकारी मांगी थी कि जेईई-एडवांस्ड के लिए सेंटर घोषित करने के मापदंड क्या हैं, वे सार्वजनिक किए जाएं तथा कोटा में सेंटर किस आधार पर रोका जा रहा है, इसकी जानकारी दी जाए। लेकिन इसकी जानकारी नहीं मिल सकी।
उन्होंने बताया कि कोटा में जेईई-मेन, नीट, एम्स, आईआईएम के लिए केट, सीए के लिए सीपीटी, लॉ के लिए क्लेट, यूजीसी नेट, गेट, बिट्सेट, सिविल सर्विसेस के लिए यूपीएससी, आरपीएससी, बैंक के लिए कॉमन एग्जाम आईबीपीएस, वीआईटी, रेलवे के लिए आरआरबी सहित सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोटा में परीक्षा केंद्र हैं। सिर्फ जेईई-एडवांस्ड का सेंटर नहीं होने से हजारों विद्यार्थी प्रभावित हो रहे हैं।

यह कोटा के साथ नाइंसाफी
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव पंकज मेहता ने कहा कि उन्होंने 14 नवंबर,2017 को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर को ज्ञापन भेजकर कोटा में जेईई-एडवांस्ड का ऑनलाइन सेंटर खोलने का मुद्दा उठाया था लेकिन इस मामले में कोटा की अनदेखी की गई। भाजपा के जनप्रतिनिधि कोटा में आईआईटी का मुद्दा उठाकर चुनाव जीते, वे परीक्षा केंद्र के मुद्दे को पुरजोर ढंग से नहीं उठा सके, जिसका खामियाजा आज 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों व अभिभावकों को भुगतना पड रहा है।

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