कोटा में प्रतिवर्ष 5 हजार दे सकेंगे यह परीक्षा, इस वर्ष कोरोनो के कारण 50 प्रतिशत को मिली अनुमति
न्यूजवेव @ कोटा
आईआईटी, दिल्ली द्वारा आयोजित जेईई-एडवांस्ड,2020 परीक्षा में देश के कुल 222 शहरों के लगभग 1150 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं, जहां 1.60 लाख पंजीकृत परीक्षार्थी 27 सितंबर को कम्प्यूटर बेस्ड मोड में पेपर देंगे। कोविड वैश्विक महामारी के कारण केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, परीक्षा केंद्रों पर निर्धारित क्षमता से 50 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सोशल डिस्टेसिंग के साथ प्रवेश दिया जायेगा। कोटा में 9 परीक्षा केंद्रों पर 2412 परीक्षार्थी सीबीटी मोड में पेपर देंगे।
11 साल बाद कोटा को मिली सौगात
शहर के शिक्षाविदों, नागरिकों व अभिभावकों ने शिक्षा नगरी में 11 वर्ष बाद जेईई-एडवांस्ड का परीक्षा केंद्र बहाल करवाने के लिये लोकसभा अध्यक्ष व कोटा-बूंदी सांसद ओम बिरला का आभार जताया, जिनके उच्चस्तरीय प्रयासों से छात्र हित में कोटा में जेईई-मेन, नीट, यूजीसी-नेट सहित सभी परीक्षाओं के सेंटर चालू कर दिये गये हैं। उल्लेखनीय है कि शहर में प्रतिवर्ष विभिन्न राज्यों के 1.50 लाख से अधिक विद्यार्थी विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग लेते हैं, यहां सेंटर खुल जाने से स्थानीय विद्यार्थियों को परीक्षा देने के लिये बाहर नहीं जाना पडेगा। इस सप्ताह कुछ ट्रेनें चालू हो जाने से विद्यार्थियों को कोटा आने में असुविधा नहीं होगी।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, कोटा में प्रतिवर्ष 5 हजार विद्यार्थियों की क्षमता के सेंटर रहेंगे। इस वर्ष कोरोना के कारण 9 परीक्षा केंद्रों पर 2412 परीक्षार्थी (50 प्रतिशत) दो पारियों में पेपर देंगे। पहली पारी में सुबह 9 से 12 बजे तथा दूसरी पारी में 2ः30 से 5ः30 बजे तक सीबीटी मोड में परीक्षा होगी। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक सीट छोडकर दूसरी सीट पर परीक्षार्थी पेपर देंगे।
सभी 9 सेंटर यूपीएस आधारित होंगे
कोटा में ओम कोठारी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, अनंतपुरा, शिवज्योति इंटरनेशनल स्कूल व सर्वोदय सिनोइक्स सेंटर,रानपुर तथा शिवज्योति स्कूल, इंद्रविहार में 2 केंद्र, सिटी माल के पीछे परीक्षा डेस्क व राजीव गांधी कम्प्यूटर साक्षरता सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पलेक्स में वायवल सॉल्यूशन, डीसीएम रोड पर बिट्स एंड बाइट इंफोकॉम को ऑनलाइन परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। ओम कोठारी इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ.अमित सिंह राठौड ने बताया कि हमारे परिसर में कुल 550 परीक्षार्थी जेईई-एडवांस्ड पेपर देंगे, जिनके लिये परिसर में बेरिकेडिंग में सर्किल बनाकर थर्मल स्केनिंग,सेनेटाइजर, मास्क आदि की व्यवस्था कर दी गई है। प्रत्येक परीक्षार्थी को सेंटर पर नया मास्क दिया जायेगा। वे पानी की पारदर्शी बोतल साथ ला सकते हैं। प्रवेश पत्र व सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म सेंटर पर जमा कराना होगा।
‘जूमर’ से होगी मजबूत डिजिटल सुरक्षा
आईआईटी, दिल्ली द्वारा अधिकृत टीसीएस कंपनी की विशेषज्ञ टीमें परीक्षा केंद्रों पर नेटवर्किंग व गाइडलाइन के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था को मॉनिटर कर रही है। यह प्रवेश परीक्षा क्लाउड बेस्ड सिस्टम से होगी। आईआईटी, दिल्ली से प्रत्येक केंद्र पर ऑब्जर्वर टीम कैमरे से मॉनिटरिंग करेगी। सभी परीक्षार्थियों को सेंटर पर मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरना है, जिससे किसी डिजीटल उपकरण का पता चल सकेगा। जेईई-मेन की तरह, जेईई-एडवांस्ड में भी कमांड सेंटर, दिल्ली द्वारा ‘जूमर’ से ऑनलाइन नेटवर्क को नियंत्रित रखा जायेगा। जिससे परीक्षा केंद्र के प्रत्येक कमरे में मोबाइल, ब्लू टूथ या अन्य कोई इलेक्ट्रानिक टूल्स काम नहीं करेंगे। पेपर देते समय जूमर के द्वारा नेटवर्क की फ्रीक्वेंसी को ब्रेक कर दिया जायेगा। जिससे उस रेंज में मोबाइल भी बंद रहेंगे। कोटा में टीसीएस की टीम परीक्षा केंद्रों पर अत्याधुनिक तकनीक से जीरो एरर की टेस्टिंग कर रही है। किसी सेंटर पर कारणवश अचानक बिजली गुल हो जाने पर यूपीएस से विद्यार्थियों का बेकअप डेटा सुरक्षित रहेगा। तत्काल जनरेटर व्यवस्था चालू कर दी जायेगी।
अभिभावकों को कैम्पस में अनुमति नहीं
कोविड गाइडलाइन के अनुसार, परीक्षा केंद्रों पर बेरिकेडिंग की जायेगी। सोशल डिस्टेसिंग के लिये प्रत्येक विद्यार्थी गोले में खडे होकर आगे बढेंगे। अभिभावक कैम्पस में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। असुविधा से बचने के लिये अभिभावक किसी भी सेंटर पर एक साथ खडे़ नहीं रहें।