सीबीएसई चेयरमैन के निर्देश, क्वालिटी एजुकेशन के लिये कार्ययोजना 30 सितंबर तक भेजें
न्यूजवेव @ नईदिल्ली
नई शिक्षा नीति के तहत देश के सभी सीबीएसई स्कूलों में पढ़ाई को किताबी ज्ञान के साथ ही नवाचार से और रूचिकर बनाया जाएगा। सीबीएसई चेयरपर्सन अनिता कारवल ने सीबीएसई स्कूलों के प्रिंसीपल को निर्देश दिये कि वे 30 सितंबर तक पढाई में नवाचार की कार्ययोजना वेबसाइट पर भेजें।
नेशनल एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि सीबीएसई स्कूलों के प्रिंसीपल को जिम्मेदारी दी गई कि वे बच्चों के ओवरआल डेवलपमेंट के लिये नये प्रयोग करें। पढाई को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रखें। प्रत्येक कक्षा में सिलेबस को रोचक व पठनीय बनाया जाये तथा असेसमेंट को पारदर्शी व प्रभावी बनायें। स्कूली पढाई का अर्थ केवल किताबों में दिये गये प्रश्नों को हल करना ही नहीं है। उन्हें रूचि के अनुसार प्रत्येक क्षेत्र की व्यवहारिक जानकारी व शिक्षा दी जाये। जिससे विद्यार्थी बोझिल न होकर आउट ऑफ द बॉक्स भी सोचने लगें।
उन्होने लर्निंग आउटकम पर जोर देते हुये कहा कि अध्ययन व अध्यापन सिर्फ किताबों तक सीमित न रह जाये। वास्तविक एजुकेशन तो इससे भी उपर होती है। इसलिये नव प्रयोगों को लागू कर पढाई को रूचिकर बनायें।
सीबीएसई स्कूलों में शुरू होंगे नवाचार
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