पेपर की समय सीमा 1 घंटा बढ़ाई, ऑब्जेक्टिव पेपर में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं, 4 नवंबर को प्रथम चरण की परीक्षा
न्यूजवेव @ कोटा
इस वर्ष राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (एनटीएसई) के पेपर पैटर्न में बडे़ बदलाव किए गए हैं। वर्ष 2018-19 में यह परीक्षा उर्दू सहित 13 भाषाओं में होगी। इस वर्ष प्रथम चरण के पेपर में लैंग्वेज टेस्ट नहीं होगा, पेपर केवल दो भागों मेट व सेट में होगा। 4 नवंबर को प्रथम चरण राज्य स्तर पर तथा बाद में द्वितीय चरण राष्ट्रीय स्तर पर होगा।
हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को अवसर
कॅरिअर पॉइंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट देव शर्मा ने बताया कि कक्षा-10वीं बोर्ड विद्यार्थियों के लिए यह परीक्षा दो चरणों में होगी। एनटीएसई के पहले पेपर में लैंग्वेज का पेपर नहीं होने से सरकारी स्कूलों में हिंदी माध्यम से पढने वाले विद्यार्थियों की सफलता का प्रतिशत बढे़गा।
तीन की जगह चार घंटे में होगा पेपर
उन्होंने बताया कि एनटीएसई के प्रथम चरण के पेपर की समय सीमा भी बढा दी गई है। गत वर्ष तक मेट में 50 प्रश्न 45 मिनट में करने होते थे तथा प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता था। इसके स्थान पर 2018-19 में मेट में 100 प्रश्न होंगे व प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होगा। इसमें 2 घंटे का समय दिया गया है। किंतु समय अंतराल 120 मिनट का होगा। इसी प्रकार जहां पूर्व में सेट में 100 अंकों के 100 प्रश्न थे और समय सीमा 90 मिनट थी। इस वर्ष सेट को हल करने के लिए 2 घंटे का समय मिलेगा। इस तरह, प्रथम चरण की परीक्षा में 4 घंटे का समय दिया जाएगा।
सेंटर बदलने पर सिर्फ इंग्लिश में पेपर
एनसीईआरटी ने अधिसूचना में यह स्पष्ट किया कि विशेष परिस्थितियों में ही परीक्षार्थियों के परीक्षा केंद्र में बदलाव किया जाएगा। सेंटर में बदलाव के लिए विद्यार्थी को लिखित आवेदन करना होगा। यह आवेदन पत्र प्रवेश पत्र से 15 दिन पहले देना होगा। इसके अतिरिक्त सेंटर में परिवर्तन होने पर विद्यार्थी को पेपर केवल इंग्लिश में ही दिया जाएगा चाहे फॉर्म भरते समय उसने किसी भी भाषा को चुना हो।