‘प्रतिभा की कमी-चुनौतियां और आगे का रास्ता‘ विषय पर हुई राष्ट्रीय संगोष्ठी
न्यूजवेव @नई दिल्ली
इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट (ISTD) ने सोमवार को विभिन्न राज्यों के 50 अन्य चेप्टर में 53वां स्थापना दिवस समारोह मनाया। इस अवसर पर ‘प्रतिभा की कमी-चुनौतियां और आगे का रास्ता‘ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई, जिसमें मुख्य वक्ता इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के निदेशक (HR) रंजन कुमार महापात्र ने कहा कि जीवन में तीन E यानी सहानुभूति, जुड़ाव और अधिकारिता बहुत जरूरी है। उन्होंने सफलता के लिये चपलता, अनुकूलता और संरेखण को प्रमुख मंत्र बताते हुये युवाओं के रि-स्किलिंग व अपस्केलिंग पर जोर दिया।
महापात्र ने कहा कि वेब आधारित ऑनलाइन रिपॉजिटरी इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हमें कारपेंटर, इलेक्ट्रीशियन जैसे असंगठित क्षेत्र में कौशल अंतर को पाटना होगा। आईएसटीडी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.डी.के. बानवेट ने संस्था की विशेष उपलब्धियों को बताया।
तीन ‘R’ पर करें विचार
आईएसटीडी (ISTD) की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री अनीता चौहान ने रिटर्न ऑफ एसोसिएशन (RoA )और आर्ट ऑफ गिविंग (AoG) का महत्व बताते हुये कहा कि इससे न केवल समाज मे निस्वार्थ सेवाभाव बढेगा, बल्कि बडे़े पैमाने पर स्थायी लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है। उन्होंने जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने के लिए 3 R Resilence (लचीलापन), Resolve (संकल्प) और Responsiveness (जवाबदेही) को लागू करने पर जोर दिया। हम व्यक्ति पर केंद्रित न होकर प्रक्रिया का निर्माण करें। आईएसटीडी के माध्यम से युवा पीढी को टेक्नोलॉजी से जोडकर साझा कार्य संस्कृति विकसित करें।
संस्था की उत्तर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष उषा जैन ने ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट मे विकास क्षेत्रों पर फोकस करने पर जोर दिया। 53वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान आईएसटीडी के आगामी यूथ फेस्टिवल और इनोवेटिव ट्रेनिंग प्रैक्टिसेज अवार्ड्स की घोषणा की गई।
इनको किया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान विश्व युवा केंद्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदयशंकर सिंह, ग्रुरूग्राम चैप्टर अध्यक्ष डॉ राज सिंह, दिल्ली चैैप्टर की चेयरपर्सन डॉ अनुभा, आईआईटी दिल्ली के प्रो.एस के जैन, पूर्व ईडी एयर कमोडोर अमृत लाल को सम्मानित किया गया। आईएसटीडी के कार्यवाहक निदेशक सौरव बसु ने स्वागत भाषण दिया। अंत में महाप्रबंधक मनवर सिंह ने आभार जताया। कार्यक्रम में हेमलता, सुभाश्री, ममता, लक्ष्मी, मीनाक्षी, सरिता, प्रज्ञा, मुन्नी, लोकेश, प्रकाश, आमिर, गुरविंदर, विजय, अनूप, अभिमन्यु, रामनरेश, रोहित, रामसिंह ने विशेष सहयोग किया।