Monday, 13 January, 2025

जन्म-मृत्यु की इस लड़ाई मे हमें जीतना हैै- मोदी

‘मन की बात 2.0’ की 10वीं कड़ी में प्रधानमंत्री ने लॉक डाउन का सख्ती से पालन करने की अपील की
न्यूजवेव @ नईदिल्ली
‘मन की बात 2.0’ की 10वीं कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस से फैली वैश्विक महामारी जीवन और मृत्यु के बीच एक लडाई है, जिससे हमें जीतना है। इससे निबटने के लिये लॉक डाउन जैसे कडे फैसले लेने की आवश्यकता थी क्योंकि यही एक रास्ता बचा है। इस फैसले से देश में मेहनत करने वाले गरीब वर्ग को असुविधा हुई है उनसे मैं माफी चाहता हूं। देशवासियों को कोविड-19 से बचाने के लिये कड़े फैसले लेने की आवश्यकता थी। उन्होंने विश्वास जताया कि एकसाथ मिलकर भारत कोविड-19 को हरा देगा।
सोशल दूरी बढायें, इमोशनल दूरी घटायें


उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग ‘अलग-अलग रहने’ का पालन नहीं कर रहे हैं उन्हें मुसीबतें झेलनी पड़ सकती हैं। याद रखें हम लॉक डाउन खुद के बचाव के लिये हैं, हम और पर कृपा नही कर रहे हैं। इस दौरान होम क्वारेंटाइन में अकेले समय बिताने वालों से सोशल डिस्टेंसिंग रखें लेकिन इमोशनल डिस्टेंस को अवश्य कम कर दें। एक-दूसरे से भावनात्मक लगाव बनायें रखें।
“मन की बात” कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कोरोना राष्ट्र या क्षेत्र, अमीर या गरीब की सीमाओं से नहीं बंधा है। पूरी मानव जाति को एकजुट होकर संकल्प के साथ इससे लडना ही होगा। हमें हर हाल में लक्ष्मण रेखा का पालन करना ही होगा। प्रधानमंत्री ने शास्त्रों का उल्लेख करते हुये कहा कि “एवं एवं विकार अपि, तरुन्हा साध्यते सुखम” इसका अर्थ है बीमारी और इसकी विपत्ति को शुरूआत में ही खत्म कर देना चाहिए। जब बीमारी असाध्य हो जाती है तो इलाज मुश्किल हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग लॉकडॉउन का उल्लंघन कर रहे हैं क्योंकि वे मामले की गंभीरता को समझने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील की और कहा कि ऐसा नहीं होने पर हमें कोरोना वायरस की विपत्ति से अपने आप को बचाना मुश्किल हो जाएगा।
समाज के रियल हीरो को सैल्यूट
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस आपदा से मुकाबला करते हुये देशभर में डॉक्टर्स, नर्सिंगकर्मी, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ ही पुलिस, बैंककर्मी, बिजली व पानी की आपूर्ति करने वाले, गैस, किराना, सब्जी व दूध वाले व जरूरी सामान पहुंचाने वाले ड्राइवर, ई-कॉमर्स से जरिये आवश्यक वस्तुएं घरों तक पहुंचाने वाले समाज के रियल हीरो है। हमें इनकी सेवाओं से प्रेरणा लेनी चाहिये। इन सबको नमन। लॉक डाउन के दौरान घर से बाहर नहीं निकलें, और अपने भीतर खुद को जानने के लिये प्रयास करें। योगासन से अपनी फिटनेस पर ध्यान दें।

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