न्यूजवेव @ कोटा
जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड ने मंगलवार को समीक्षा बैठक में कहा कि जिले में पक्षियों की आकस्मिक मौत के भिजवाये गये नमूनों के आधार पर वर्ड फ्लू की पुष्टि होने पर सभी विभागों को सतर्कता के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकोल का पालन करते हुए सभी विभाग टीम भावना के साथ इस प्रकार कार्य करे कि संक्रमण पालतू पक्षियों में नहीं फैले तथा जनजीवन में संक्रमण नहीं फैल सके। उन्होंने वन विभाग, पशुपालन विभाग, नगर निगम व नगरपालिकाऐं तथा पंचायत राज विभाग के अधिकारियों को आपसी टीम भावना के साथ मृत पक्षियों की सूचना मिलने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उन्हें दफनाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने सभी पौल्ट्री फॉर्म का निरीक्षण कर नमूने लेने के लिए पशुपालन विभाग को टीम गठित करने तथा जिले में सभी जन स्रोतों पर जंगली पक्षियों की निगरानी के लिए वन विभाग के अधिकारियों को टीम गठित कर प्रोटोकोल के अनुसार दफनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पौल्ट्री फॉर्म संचालकों को जागरूक करें तथा स्थानीय संस्थाऐं आम नागरिकों को भी सतर्कता बरतने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि वर्ड फ्लू से संक्रमित घायल पक्षी पाये जाने पर उसे कागज अथवा लकड़ी के बॉक्स से ढ़क कर रखते हुए पशुपालन विभाग के नियंत्रण कक्ष को सूचना देने के निर्देश दिए। आयुक्त नगर निगम उत्तर वासुदेव मालावत ने कहा कि सभी विभाग टीम गठित कर प्रोटोकोल के अनुसार पक्षियों को दफनाने के साथ आम नागरिकों को भी जागरूक करने का कार्य करें।
संयुक्त निदेशक पशुपालन चम्पलाल मीणा ने बताया कि जिले में अभी 118 पक्षी मृत पाये गये, 8 मृत पक्षियों के नमूने जांच के लिए भोपाल लेबोरेट्री में भिजवाये गये थे जो सभी पॉजिटिव पाये गये है। ऐसे में वर्ड फ्लू से सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि अभी तक रामगंजमण्डी, दर्रा, कोटा में झाला हाउस व बसंत विहार तथा सुल्तानपुर के नोताड़ा गांव में मृत पक्षी पाये गये है। उन्होंने बताया कि जिले में सभी पौल्ट्री फॉर्म से नमूने एकत्रित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। माइक्रोबायोलोजिस्ट ने विस्तृत रूप से वर्ड फ्लू के समय बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर आयुक्त नगर निगम दक्षिण कीर्ति राठौड़, एसीईओ जिला परिषद प्रतिभा देवठिया, उप वन संरक्षक डीएन गुप्ता, उप वन संरक्षक वन्यजीव बीजो जॉय, संयुक्त पशुपालन राजीव पुरी तथा उप सचिव यूआईटी मोहनलाल प्रतिहार सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
ये सावधानी बरतें
जिले वर्ड फ्लू की पुष्टि होने पर आम नागरिकों को भी अब सावधानी बरतनी होगी। पक्षियों की बीट, आंसू अथवा संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने से वर्ड फ्लू फैलने का अंदेशा रहता है। मृत पाये गये पक्षी के पास बिना 95 मास्क एवं दस्ताने के हाथ नहीं लगाना चाहिए। मृत पाये गये पक्षी को त्वरित दफनाने की कार्यवाही करनी चाहिए इसके लिए दो गुणा दो फीट का गड्डा बनाकर उसमें मिट्टी डालकर दफनाना चाहिए अथवा गड्डे में लकड़ी डालकर संक्रमित पक्षियों को जलाकर ऊपर से चूना डाल देना चाहिए।
टीमों का गठन
जिले में अभी पालतू पक्षियों में वर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन सतर्कता के लिए जिला कलक्टर ने अंतरविभागीय टीमों का गठन कर सभी पौल्ट्री फॉर्म से नमूने लेने व निगरानी के लिए पशुपालन, वन, नगर निगम व पंचायती राज की टीमों को गठन किया है। जिले में कहीं भी मृत पक्षी पाये जाने पर उसके दफनाने की कार्यवाही नगर निगम, नगरपालिकाऐं व ग्राम पंचायत की टीमें करेंगी। मृत पक्षियों की सूचना पशुपालन विभाग के नियंत्रण कक्ष को आम नागरिक दे सकेंगे।
नियंत्रण कक्ष बनाये
पशुपालन विभाग द्वारा जिला स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक नियंत्रण कक्षों को गठन कर प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। जिला स्तरीय नियंत्रण के प्रभारी डॉ. भंवर सिंह चौधरी होंगे जिनके मोबाइल न. 9414569133, नोडल पॉलिक्लीनिक के प्रभारी डॉ. गणेश नारायण दाधीच होंगे जिनके मोबाइल न. 9414616120, उपखण्ड रामगंजमण्डी के प्रभारी डॉ. अनिल मीणा होंगे जिनके मोबाइल न. 9461863863, उपखण्ड सांगोद के प्रभारी डॉ. महफूज अली होंगे जिनके मोबाइल न. 7014031168, उपखण्ड कनवास के प्रभारी डॉ. मोहित जैन होंगे जिनके मोबाइल न. 9829153104, उपखण्ड दीगोद के प्रभारी डॉ. सुभाष भट्टनागर होंगे जिनके मोबाइल न. 7891519122, उपखण्ड पीपल्दा के प्रभारी डॉ. विष्णु शंकर गुप्ता होंगे जिनके मोबाइल न. 9460680549 तथा विज्ञाननगर क्षेत्र के प्रभारी डॉ. लीला राम शर्मा होंगे जिनके मोबाइल न. 9352603762 है।
बर्ड फ्लू रोकथाम के लिए अलर्ट रहें – जिला कलक्टर
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