– भारत विकास परिषद ‘आयुर्विज्ञान संस्थान एवं कैंसर चिकित्सालय’ का भूमि पूजन समारोह 27 को,
– पूज्य स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज के सान्निध्य में आरएसएस के सरकार्यवाह सुरेश जोशी एवं मुख्यमंत्री सीएम वसुंधरा राजे द्वारा होगा भूमिपूजन।
कोटा में एम्स जैसा संस्थान बनेगा
7 लाख वर्गफीट क्षेत्रफल में बनेगा आयुर्विज्ञान संस्थान
400 करोड़ कर लागत से तीन चरणों में होगा निर्माण
140 करोड़ की आधुनिक लेबोरेट्री, मशीनें व उपकरण लगेंगे
500 बैड का मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल होगा
2 लाख से अधिक रोगियों को मिलेगा क्वालिटी ट्रीटमेंट
न्यूजवेव @ कोटा
राजस्थान के हाडौती अंचल एवं सीमावर्ती मध्यप्रदेश के हजारों मरीजों को अब कैंसर व अन्य असाध्य बीमारियों के उपचार के लिए बाहर नहीं जाना पडे़गा। मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से भारत विकास परिषद सेवा संस्थान द्वारा कोटा में 400 करोड़ की लागत से ‘भारत विकास आयुर्विज्ञान संस्थान एवं कैंसर चिकित्सालय’ खोला जाएगा।
प्रस्तावित हॉस्पिटल का भूमिपूजन कोटा यूनिवर्सिटी के पीछे बारां-चित्तौड़ फोरलेन के नजदीक आवंटित भूमि पर 27 अप्रैल, 2018 को प्रातः 10.30 बजे किया जाएगा। समारोह में झालरिया पीठ डीडवाना के पीठाधीश्वर स्वामी श्री घनश्यामाचार्य महाराज के सान्निध्य में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भैया जी) जोशी होंगे एवं अध्यक्षता मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी।
भारत विकास आयुर्विज्ञान संस्थान के अध्यक्ष श्याम शर्मा व सचिव गोविन्द माहेश्वरी ने बताया कि इस नए आयुर्विज्ञान चिकित्सालय का निर्माण कार्य तीन चरणों में पूरा होगा। भूमि पूजन के बाद पहले चरण का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि हजारों निर्धन मरीज सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टर्स की कमी से जूझ रहे हैं। ग्रामीण मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल का महंगा खर्च वहन नहीं कर पाते। इसे देखते हुए यह प्रकल्प शुरू किया जा रहा है, जिससे मरीजों को रियायती दरों पर क्वालिटी ट्रीटमेंट मिल सके।
9 जिलों में 1 लाख कैंसर रोगी
आज राजस्थान व मध्यप्रदेश के 9 जिलों में एक लाख से ज्यादा कैंसर रोगी हैं। करीब 20 हजार से अधिक रोगी गंभीर स्टेज पर हैं। इनमें से केवल 150-200 मरीज मेट्रो में जाकर प्राइवेट हाॅस्पिटल में उपचार करवा पाते हैं। मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों व हाड़ौती से करीब 5 हजार रोगी कैंसर के इलाज के लिए कोटा आते हैं लेकिन सही इलाज नहीं मिलने से उन्हें महंगा इलाज करवाना पडता है अन्यथा वे असमय मौत के शिकार बन जाते हैं।
ऐसे बनेगा तीन चरणों में कैंसर हॉस्पिटल
संस्था के सचिव गोविन्द माहेश्वरी ने बताया कि प्रस्तावित भारत विकास आयुर्विज्ञान व कैंसर चिकित्सालय का निर्माण तीन चरणों में होगा। जिसपर करीब 400 करोड़ रुपए लागत आएगी। प्रथम चरण में 2 लाख वर्गफीट क्षेत्र में निर्माण कार्य होगा। इसकी लागत 40 करोड़ आएगी, 40 करोड़ के उपकरण लगाए जाएंगे तथा अन्य कार्यों पर करीब 20 करोड़ खर्च होंगे। पहले चरण की लागत 100 करोड़ होगी।
द्वितीय चरण में 3 लाख वर्गफीट निर्माण कार्य होगा। इसमें 150 करोड़ की कुल लागत आएगी। इसकी समयावधि 3 से 6 वर्ष की होगी। इस चरण में निर्माण कार्य पर 60 करोड़ तथा उपकरणों पर 30 करोड़ रूपए खर्च होंगे।
तृतीय चरण में 150 करोड़ के कार्य होंगे। इसमें 2 लाख वर्गफीट क्षेत्र पर निर्माण होगा, निर्माण की लागत 75 करोड़ आएगी तथा 40 करोड़ के उपकरण लगाए जाएंगे। अन्य कार्यों पर 30 करोड़ खर्च होंगे।
4 कॉलेजों से तैयार होंगे नए डॉक्टर्स
सेवा संस्थान के अध्यक्ष अरविन्द गोयल के अनुसार, भारत विकास आयुर्विज्ञान संस्थान चिकित्सा सेवा के साथ मेडिकल शिक्षा में कदम रखने जा रहा है। मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज, फिजियोथैरेपी व आयुर्वेद कॉलेज की स्थापना भी होगी। यहां से तैयार सेवाभावी डॉक्टर्स मरीजों की निस्वार्थ भाव से सेवा करेंगे। भारत विकास परिषद सेवा संस्थान द्वारा 21 साल पहले कोटा के प्रताप नगर से प्रारंभ हुआ, जहां आज 350 बैड का चिकित्सालय संचालित किया जा रहा है।