बेटी की असमय मृत्यु होने पर माता-पिता ने उसके हार्ट, किडनी, लीवर व दोनो कॉर्निया डोनेट कर धनिष्ठा को अमर बना दिया
पूजा
न्यूजवेव @ नईदिल्ली
धनिष्ठा, उम्र मात्र 20 माह, अपने अंगों से 5 लोगों को नई जिंदगी देने वाली, भारत में अंगदान करने वाली सबसे छोटी बालिका।धनिष्ठा की खूबसूरत आंखों को देखिए। यह किसी जरूरतमंद के शरीर में ट्रांसप्लांट होकर दो लोगों को नई जिंदगी दे रही है।
8 जनवरी को दिल्ली में रहने वाली पौने दो वर्ष की छोटी सी लड़की धनिष्ठा अपने घर की पहली मंजिल पर खेलते हुए गिर गई और बेहोश हो गई, उसे तुरंत सर गंगाराम हॉस्पिटल लाया गया लेकिन डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद इसे बचाया न जा सका अंततः इसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। शोकाकुल होने के बावजूद बच्ची के माता-पिता आशीष कुमार और बबीता ने हॉस्पिटल के अधिकारियों से अपनी बिटिया के अंगदान की इच्छा प्रकट की। जिससे 14 जनवरी मकर-संक्रांति को धनिष्ठा का हार्ट, लिवर, किडनी और दोनों कॉर्निया पांच अलग-अलग लोगों को प्रत्यारोपित होकर उन्हें नया जीवन दे गया।
केवल 20 माह की उम्र में अपने अंगदान से लोगों को नई जिंदगी देने वाली यह भारत की सबसे छोटी उम्र की ऑर्गन डोनर है। जब भी इतिहास में अंगदान करने वालों का प्रसंग आएगा संभवतः घनिष्ठता का नाम सबसे ऊपर रहेगा। इस मासूम बेटी के अंगदान से इंसानियत के लिए महान पहल करने वाले माता-पिता को नमन। अमर घनिष्ठा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि!