बडा कदम: एमएचआरडी ने फाॅरेन स्टूडेंट्स को भारत में आकर्षित करने के लिए ‘स्टडी इन इंडिया’ वेबपोर्टल लांच किया। सिंगल विंडों से मिलेंगे प्रमुख संस्थानों में एडमिशन।
न्यूजवेव @ नईदिल्ली
देश में उच्चशिक्षा के लिए विदेशी छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ‘स्टडी इन इंडिया’ वेबपोर्टल लांच शुरू किया। इसके तहत, इस साल विदेशी छात्र बिना प्रवेश परीक्षा दिए आईआईटी और आईआईएम जैसे उच्च संस्थानों से डिग्री ले सकेंगे। वहीं, अन्य संस्थान भी फाॅरेन स्टूडेंट्स को फीस में छूट प्रदान करेंगे। हालांकि, इस योजना में भारत सरकार की ओर से विदेशी छात्रों को कोई स्काॅलरशिप नहीं दी जाएगी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रलय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसके लिए ‘स्टडी इन इंडिया’ वेबपोर्टल बनाया गया है। यह पोर्टल भारत में पढ़ने के इच्छुक विदेशी छात्रों के लिए सिंगल विंडो का काम करेगा। इसके जरिए छात्र भारत के विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों की जानकारी हासिल कर पाएंगे और सीधा आॅनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
भारत सरकार का पोर्टल होने के नाते इसकी विश्वसनीयता रहेगी। इस पोर्टल में पहले चरण में आईआईटी रूड़की, सिंबॉयसिस समेत 60 से अधिक उच्च शिक्षा संस्थान जुड़ चुके हैं। स्टूडेंट्स को अकादमिक सत्र से इन संस्थानों के लिए आवेदन लेना शुरू कर दिया जाएगा।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस समय भारत से 5 लाख से अधिक स्टूडेंट्स उच्च शिक्षा के लिए फाॅरेन यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते हैं जबकि भारत में मात्र 45 हजार विदेशी छात्र आते हैं। इसमें एसे स्टूडेंटस की संख्या अधिक होती है, जिन्हें स्काॅलरशिप मिलती है। जबकि, अन्य विकसित देशों की तूुलना में हमारी हायर एजुकेशन सस्ती और बेहतर है। सूत्रों ने कहा कि जो हम अब करने जा रहे हैं, वह ऑस्ट्रेलिया पिछले तीन दशक से कर रहा है।
30 देशों पर फोकस
सूत्रों के अनुसार, ‘स्टडी इन इंडिया’ प्रोग्राम को वीजा और अन्य सुरक्षा उपायों के चलते नुकसान न हो, इसके लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रलय, विदेश और गृह मंत्रलय के संपर्क में है। मंत्रालय का फोकस फिलहाल 30 देशों पर हैं, जो सार्क, पश्चिमी एशिया, पूर्वी एशिया और अफ्रीका महाद्वीप से आते हैं। इन देशों में भारतीय दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों पर एक-एक स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम का प्रतिनिधि नियुक्त किया जाएगा।