बौद्धिक संपदा अधिकारों के माध्यम से बनेगा आत्मनिर्भर भारत, नया ऑनलाइन कोर्स लांच
न्यूजवेव @ कोटा
कोविड-19 महामारी के दौर में युवाओं के लिए कई नवाचार ई-लर्निंग का सपना सच कर रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में बौद्धिक संपदा अधिकारों (IPR) से जुडा एक नया निःशुल्क ऑनलाइन कोर्स इन दिनों काफी उपयोगी साबित हो रहा है। श्री रामकृष्ण इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर एजुकेशन एंड एप्लाइड साइंसेज (SRKI) और नई दिल्ली स्थित आईपी मोमेंट ने हाल ही में युवाओं के लिए ‘पेटेंट खोज’ से जुड़ा एक महत्वपूर्ण ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स लांच किया है। यह पेटेंट सर्चिंग पर छोटा ऑनलाइन कोर्स है। कोर्स का सिलेबस यूजी, पीजी स्टूडेंट्स व पेशेवर युवाओं को नई जानकारी से अवगत कराएगा।
डॉ परेश सी दवे ने बताया कि यह निशुल्क कोर्स IPR विशेषज्ञ यानी पेटेंट खोज में ई-लर्निंग की महत्वपूर्ण कड़ी बनने के लिए प्रेरित करेगा। ‘पेटेंट खोज’ एक ऐसा कौशल है जो प्रकाशित पेटेंट दस्तावेजों को उजागर करने में मदद कर सकता है, जिसे केवल अभ्यास करके प्राप्त कर सकते है। इससे ‘पेटेंट खोज” के विभिन्न प्रकार व पेटेंट खोज कैसे व कहां से शुरू करें जैसी नवीनतम जानकारी भी मिलेगी।
दो लेवल में होगा कोर्स
इस ऑनलाइन कोर्स में दो स्तर है। प्रथम स्तर बौद्धिक संपदा अधिकारों के मूल के बारे में एक सामान्य परिचय। इसके बाद, बहुविकल्पीय परीक्षा होगी। जिसमे 50 फीसदी से अधिक स्कोर करने वाले प्रतिभागी लेवल-2 में प्रवेश कर सकते हैं। पाठ्यक्रम का दूसरा स्तर पेटेंट खोज पर केंद्रित है। लर्निंग मॉड्यूल के पूरा होने पर छात्रों को लेवल -2 टेस्ट के लिए उपस्थित होना होगा। इस परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इस नए कोर्स में प्रतिभागियों को महज 25-30 घंटे खर्च करने होंगें। पाठ्यक्रम सामग्री में पीडीएफ फाइलों, वीडियो रिकॉर्डिंग और पावर प्वाइंट प्रस्तुति शामिल है।
इस पाठ्यक्रम को तीन विशेषज्ञों आईपी मोमेंट के संस्थापक डॉ परेश कुमार सी दवे, पर्यावरण विज्ञान विभाग के एचओडी डॉ रत्ना त्रिवेदी और जैव प्रौद्योगिकी विभाग में एचओडी डॉ जे. बर्गी द्वारा डिजाइन किया गया है। डॉ रत्ना त्रिवेदी कृषि माइक्रोबायोलॉजी, पर्यावरण माइक्रोबायोलॉजी में तथा डॉ बर्गी को औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी उत्पाद निर्माण, इम्यूनोलॉजी और फार्मास्युटिकल उत्पाद में पीएचडी गाइड है।
प्रेक्टिकल ट्रेनिंग भी
डॉ दवे ने “पेटेंट खोज” पर प्रतिभागियों के लिए एक साथ व्यावहारिक ट्रेनिंग भी तैयार की। आईपी मोमेंट ने 7 से 12 जून तक “ऑपरेंट फार्मेसी फेडरेशन” की मदद से वेबिनार की एक श्रृंखला आयोजित की। 7 जून को वेबिनार की इस श्रृंखला में रेलेकुरा के मैनेजर आईपी रोहित द्वारा विभिन्न पेटेंट खोजों पर ऑनलाइन सेमिनार दिया। दूसरे दिन वेबीनार में पुष्पक सिंह द्वारा “आईपीआर प्रॉब्लम सॉल्वर” दिया गया, जो विभिन्न पेटेंट कार्यालय वेबसाइटों के माध्यम से चलते हैं। तीसरे दिन डॉ दवे ने पेटेंट खोज के महत्व पर ऑनलाइन प्रशिक्षण देकर बताया कि कैसे पेटेंट के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करें। चौथे दिन ईनो केप्चर के सह-संस्थापक अंकुर शर्मा ने अमान्यता और उल्लंघन खोजों पर दिलचस्प अनुभव साझा किये।
25 जून तक करें फ्री कोर्स
देश के युवाओं के लिए इस निशुल्क कोर्स को शिक्षण संस्थानों और आईपीआर बिरादरी ने बहुत उपयोगी बताया है। इसके लांच होने पर पहले 3 दिन में 800 से अधिक पंजीयन हुए, जिसमे 200 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र मिल चुके है। 25 जून तक यह कोर्स खुला रहेगा। आईपी मोमेंट के संस्थापक डॉ. परेश दवे और ‘ऑपरेंट फ़ार्मेसी फ़ेडरेशन’ के विक्रम चौधरी ने लोकडाउन अवधि में युवाओं से इस फ्री ऑनलाइन कोर्स का लाभ उठाने की अपील की है। इसके लिए विद्यार्थी वाट्सअप नम्बर 8920004700 अथवा ईमेल pcdave73@gmail.com पर सम्पर्क कर सकते हैं।
दो लेवल में होगा कोर्स
इस ऑनलाइन कोर्स में दो स्तर है। प्रथम स्तर बौद्धिक संपदा अधिकारों के मूल के बारे में एक सामान्य परिचय। इसके बाद, बहुविकल्पीय परीक्षा होगी। जिसमे 50 फीसदी से अधिक स्कोर करने वाले प्रतिभागी लेवल-2 में प्रवेश कर सकते हैं। पाठ्यक्रम का दूसरा स्तर पेटेंट खोज पर केंद्रित है। लर्निंग मॉड्यूल के पूरा होने पर छात्रों को लेवल -2 टेस्ट के लिए उपस्थित होना होगा। इस परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इस नए कोर्स में प्रतिभागियों को महज 25-30 घंटे खर्च करने होंगें। पाठ्यक्रम सामग्री में पीडीएफ फाइलों, वीडियो रिकॉर्डिंग और पावर प्वाइंट प्रस्तुति शामिल है।
इस पाठ्यक्रम को तीन विशेषज्ञों आईपी मोमेंट के संस्थापक डॉ परेश कुमार सी दवे, पर्यावरण विज्ञान विभाग के एचओडी डॉ रत्ना त्रिवेदी और जैव प्रौद्योगिकी विभाग में एचओडी डॉ जे. बर्गी द्वारा डिजाइन किया गया है। डॉ रत्ना त्रिवेदी कृषि माइक्रोबायोलॉजी, पर्यावरण माइक्रोबायोलॉजी में तथा डॉ बर्गी को औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी उत्पाद निर्माण, इम्यूनोलॉजी और फार्मास्युटिकल उत्पाद में पीएचडी गाइड है।
प्रेक्टिकल ट्रेनिंग भी
डॉ दवे ने “पेटेंट खोज” पर प्रतिभागियों के लिए एक साथ व्यावहारिक ट्रेनिंग भी तैयार की। आईपी मोमेंट ने 7 से 12 जून तक “ऑपरेंट फार्मेसी फेडरेशन” की मदद से वेबिनार की एक श्रृंखला आयोजित की। 7 जून को वेबिनार की इस श्रृंखला में रेलेकुरा के मैनेजर आईपी रोहित द्वारा विभिन्न पेटेंट खोजों पर ऑनलाइन सेमिनार दिया। दूसरे दिन वेबीनार में पुष्पक सिंह द्वारा “आईपीआर प्रॉब्लम सॉल्वर” दिया गया, जो विभिन्न पेटेंट कार्यालय वेबसाइटों के माध्यम से चलते हैं। तीसरे दिन डॉ दवे ने पेटेंट खोज के महत्व पर ऑनलाइन प्रशिक्षण देकर बताया कि कैसे पेटेंट के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करें। चौथे दिन ईनो केप्चर के सह-संस्थापक अंकुर शर्मा ने अमान्यता और उल्लंघन खोजों पर दिलचस्प अनुभव साझा किये।
25 जून तक करें फ्री कोर्स
देश के युवाओं के लिए इस निशुल्क कोर्स को शिक्षण संस्थानों और आईपीआर बिरादरी ने बहुत उपयोगी बताया है। इसके लांच होने पर पहले 3 दिन में 800 से अधिक पंजीयन हुए, जिसमे 200 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र मिल चुके है। 25 जून तक यह कोर्स खुला रहेगा। आईपी मोमेंट के संस्थापक डॉ. परेश दवे और ‘ऑपरेंट फ़ार्मेसी फ़ेडरेशन’ के विक्रम चौधरी ने लोकडाउन अवधि में युवाओं से इस फ्री ऑनलाइन कोर्स का लाभ उठाने की अपील की है। इसके लिए विद्यार्थी वाट्सअप नम्बर 8920004700 अथवा ईमेल pcdave73@gmail.com पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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