Friday, 19 April, 2024

मोबाइल एप से कमजोर बच्चों को अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं एक सरकारी शिक्षक

राजस्थान के झालावाड जिले में शिक्षक कय्यूम खान 13 वर्षों से कक्षा-10वीं के बच्चों को अपने खर्च पर डिजिटल तकनीक से अंग्रेजी सिखाते हैं।
बलबहादुर सिंह हाड़ा
न्यूजवेव @ झालावाड
झालावाड जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, पचोला में व्याख्याता कय्यूम खान ने कक्षा-10वीं के विद्यार्थियों को डिजिटल तरीके से अंग्रेजी पढाने का नवाचार किया है। वे 2008 से अंग्रेजी से सहज ढंग से पढाने के लिये निरंतर नये प्रयोग कर रहे हैं।

Kayyum Khan
सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों को नोट्स और रिमोट टीचिंग आईसीटी लैब, पॉवर पॉइंट फ्लेश गेम एवं मोबाइल एप के माध्यम से शिक्षण दे रहे है। 2002 में इन्होने सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण में अंग्रेजी के दक्ष प्रशिक्षक का कार्य शुरू किया था, जो वर्तमान में भी जारी है। शिक्षा में नई तकनीक का समावेश कर 2004 से वे रोज 5 घंटे कम्प्यूटर का उपयोग करते है। राज्य स्तर की सिटीओआर ईएलटीआई संस्थाओ से जुड़कर इन्होने आईसीटी के क्षेत्र में अंग्रेजी विषय के लिये नये प्रयोग किए।
एक भारतीय शिक्षक की कम्प्यूटर और इंग्लिश में रूचि और प्रयास को देखते हुए अमेरिकी दूतावास दिल्ली की ओर से इनको यूनिवर्सिटी ऑफ ऑरेगोन और यूनिवर्सिटी ऑफ बाल्टिमोर काउंटी यूएसए में प्रशिक्षण के लिए चुना गया था। जहां उन्होंने 15 देशो के अंग्रेजी शिक्षकों के बीच अपनी अध्यापन तकनीक का सर्वोत्तम प्रदर्शन किया।
शिक्षक खान ने राज्य स्तर पर ई-ज्ञान प्रोजेक्ट में कार्य किया। प्रभावी पाठ प्रस्तुति के लिए कम्प्यूटर की सहायता से पॉवर पॉइंट लेसन तैयार किए और 6 वर्ष तक बालिका शिक्षा में शिक्षण के लिए इनका उपयोग किया। छात्रों को पढाई के प्रति रूचि जागृत करने के लिए इन्होने फ्लेश आधारित शैक्षणिक खेल बनाया जो केबीसी से मिलता जुलता है। इसके माध्यम से विद्यार्थी रुचि ले सके इसके लिए इन्हें राजस्थान से एनसीईआरटी में बेहतर प्रदर्शन के लिए भेजा गया। इन्होने शैक्षणिक मार्गदर्शन के लिए कुछ सड़क सुरक्षा वीडियो निर्मित किए है जो अभिनय के माध्यम से शिक्षा देते है।
आईसीटी प्रयोगशाला में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को कंप्यूटर साक्षरता से लाभान्वित किया। वे अपनी स्वयं की लाइब्रेरी में विद्यार्थियों के लिए उपयोगी नोट्स बनाकर प्रिंट करके अपने विद्यार्थियों को निःशुल्क वितरित करते है। वर्तमान में विद्यार्थियों के घर घर जाकर गृहकार्य और क्विज कराते है। शिक्षक ने पिछले वर्ष लॉकडाउन के समय अवकाश का सदुपयोग करते हुए विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी विषय में कक्षा-10वीें के लिये हेल्प नामक मोबाइल एप बनाया। जिसमे अंग्रेजी ज्ञान अर्जित करने के 16 तरीके बताए है। ताकि बच्चे कहीं भी बैठकर मोबाइल ऐप के माध्यम से अंग्रेजी ज्ञान सरल तरीके से अर्जित कर सके। इसे स्थानीय और दूर दराज के विद्यार्थी लाभान्वित हुए।
क्यूआर कोड से डाउनलोड होगा एप
व्याख्याता कय्यूम खान की ओर से बनाए गए मोबाइल एप को डाउनलोड करने के लिए दिए गए क्यूआर कोड का भी ऑप्शन दिया गया है। ऐसे में जिले के अतिरिक्त कहीं से भी इस क्यूआर कोड के माध्यम से ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। ऐसे में स्कूल के विद्यार्थियों की अतिरिक्त भी अन्य विद्यार्थी भी इस मोबाइल एप का लाभ निःशुल्क अपने अंग्रेजी ज्ञान को बढ़ाने में ले सकेंगे।

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