‘माय कोटा-हैप्पीनेस सिटी’ कैम्पेन के तहत कोचिंग छात्राओं का टॉक शो
न्यूजवेव @ कोटा
शहर में 800 से अधिक गर्ल्स हॉस्टल व पीजी हैं, जहां विभिन्न राज्यों की 30 हजार से अधिक छात्राएं मेडिकल परीक्षाओं नीट, एम्स व आईआईटी-जेईई कीे क्लासरूम कोचिंग ले रही है। हैप्पीनेस सिटी कैम्पेन के तहत रविवार को राजीव नगर में गर्ल्स हॉस्टल में कोचिंग छात्राओं का टॉक-शो हुआ।
कन्वीनर युवा इंजीनियर अमन माहेश्वरी ने कहा कि आप 1 या 2 वर्ष के लिए अपना लक्ष्य लेकर कोटा आए हैं। एजुकेशन सिटी के हॉस्टल में रहते हुए आप अकेले नहीं है, सभी मिलकर रोज साथ पढ़ रहे हैं, आगे कॉलेज में भी फिर मिलेंगे। ऐसे में कोटा में बिताए हर पल को एंजाय करें। खुद को प्रॉडक्टिव माइंडसेट से एक्सप्लोर करें। कोचिंग क्लास के साथ पर्सनैलिटी डेवलपमेंट पर भी ध्यान दें ताकि आपके भीतर आगे बढ़ने का जोश बना रहे।
हमें घर की याद नहीं सताती
महाराष्ट्र के बुल्दाना, ओरंगाबाद से पलक मूंदड़ा यहां प्री-मेडिकल कोचिंग ले रही है। उसके साथ मोग, पंजाब की प्रेरणा सिंगला भी पढ़ती है। उनका कहना है कि हमें यहां रहते हुए कभी घर की याद नहीं आती है।
बडौनी, बिहार की श्रुति गोयल व बरेली से अदिति गुप्ता इस बात से बहुत खुश हैं कि हम सब बहुत दूर से जब यहां आए तो अनजान थे, लेकिन कोचिंग व हॉस्टल में साथ रहते हुए अच्छे दोस्त बन गए हैं।
जालंधर की रितिका अरोड़ा एवं लखनऊ की अमीषा सिंह कहती हैं, हम अलग-अलग राज्यों से हैं, कल्चर, क्लाइमेट, खानपान, पहनावा, परिवारों का स्तर सबका अलग-अलग है लेकिन कोटा में आकर हम सब एक परिवार जैसेे हो गए। 6 दिन खूब पढ़ते हैं लेकिन रविवार को खूब मनोरंजन करते हैं।
नासिक की सिमरन पिंजारी, पटना की अनुशिखा व शालिनी चौरसिया अपनी वार्डन आशा माहेश्वरी को गले लगाते हुए कहती हैं, हॉस्टल में हमें इनसे मां और दीदी जैसा प्यार मिला है। सारंगपुर की तनु गुप्ता व हिंडौन की निधि अग्रवाल ने बताया कि कभी किसी की तबीयत खराब हो जाए तो सभी गर्ल्स उसकी केअरिंग के लिए आ जाती हैं।
अजमेर की नंदिनी वैष्णव व देवांशी मेहरा ने कहा कि हम किसी भी टॉपिक या चेप्टर पर आपस में डिस्कस करके डाउट दूर कर लेते हैं। पढाई का इतना अच्छा वातावरण कहीं नहीं देखा। हमें घर की याद नहीं सताती है।
कोचिंग स्टूडेंट्स को मिलेंगेे हैप्पीनेस कार्ड
कैम्पेन के संयोजक सिद्धार्थ जैन ने बताया कि हेप्पीनेस कैम्पेन में सभी कोचिंग स्टूडेंट्स को हैप्पीनेस कार्ड दिए जाएंगे, जिससे उनको बुक्स, स्टेशनरी, रेडीमेड, शॉपिंग, मेडिकल, रेस्तरां आदि में छूट मिल सके। कार्ययोजना के अनुसार, शहर में हैप्पीनेस कोच वर्कशॉप व काउंसलिंग, स्टेंडअप कॉमेडी, स्पोर्ट्स, हेप्पीनेस कार्ड,एबीसीडी पेंटिंग, थिएटर इन एजुकेशन, पॉजिटिव मूड व बिंदास दोस्त जैसे रोचक प्रोग्राम आयोजित करेंगे, ताकि कोचिंग विद्यार्थी सलेक्शन के साथ ही पर्सनैलिटी डवलपमेंट की यादें भी साथ लेकर घर लौटें।
शहर के 20 से अधिक युवा आंत्रप्रिन्योर, आईआईटीयन एवं प्रोफेशनल्स ने मिलकर स्मार्ट सिटी के वातावरण को पॉजिटिव बनाए रखने के लिए ‘माय सिटी-हैप्पीनेस सिटी’ कैम्पेन चालू किया है। ‘हैप्पीनेस सिटी डॉट कॉम’ वेबसाइट पर कोचिंग स्टूडेंट्स अपनी प्रॉब्लम शेयर कर सकते हैं। हमारा संकल्प है कि जिला प्रशासन व नागरिकों के साथ मिलकर 2 लाख विद्यार्थियों के बीच जाकर खुशियां साझा की जाए ताकि एक भी विद्यार्थी शहर में खुद को अकेला महसूस न करे। ऐसे टॉक-शो से हम विद्यार्थियों से अनुभव और फीडबेक ले रहे हैं।