आईएमए ने मुख्यमंत्री से जनस्वास्थ्य के हित में स्वतः संज्ञान लेने का आग्रह किया था, शाम को अस्पताल चालू किये गये
न्यूजवेव @ कोटा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की राजस्थान शाखा ने भीलवाड़ा में बिना सुनवाई किये दो निजी अस्पतालों के 150 बेड सीज कर देने पर कडा विरोध जताया। आईएमए की राजस्थान शाखा के अध्यक्ष डॉ.अशोक शारदा एवं सचिव डॉ.पी.सी.गर्ग ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेजकर मांग की कि दोनो अस्पतालों को बिना सुनवाई बंद करने पर मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री अपने स्तर पर संज्ञान लें।
इसके बाद सोमवार शाम को दोनो अस्पताल फिर से चालू कर दिये गये। जिला प्रशासन की इस अन्यायपूर्ण कार्यवाही के विरोध में भीलवाड़ा में सभी निजी अस्पताल बन्द रहे, समूचे राजस्थान के चिकित्सकांे ने इसका पुरजोर विरोध किया।
दोनों अस्पतालों के पास फायर ऑडिट है
डॉ. शारदा ने कहा कि उक्त कार्यवाही में अग्निशमन की व्यवस्थाओं को आधार बनाया गया है, वह पूरी तरह बेबुनियाद हैं। क्योंकि इन अस्पतालों का फायर ऑडिट इसका प्रमाण है कि अस्पतालों में अग्निशमन की सभी व्यवस्थाएं माकूल हैं। आईएमए ने आरोप लगाया गया है कि अस्पतालों को सीज करने से पहले उन्हें न तो नोटिस दिया गया न ही सुधार का समय दिया गया। डॉ. शारदा ने कहा कि कोविड महामारी से बचाव में राजस्थान के सभी शहरों में निजी अस्पतालों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिसकी मुख्यमंत्री ने भी सराहना की है।