‘कॅरिअर कॉन्क्लेव-2018’ : चार डोम में देश के 50 यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने दी कॅरिअर के नए विकल्पों की जानकारी।
न्यूजवेव @ कोटा
एजुकेशन हब कोटा में हैप्पीनेस इनिशिएटिव की ओर से सबसे बडे़ ‘कॅरिअर कॉन्क्लेव-2018’ का शुक्रवार को भव्य आगाज हुआ। इसमें चार मेगा डोम में देश की 50 यूनिवर्सिटी, कंसलटेंट व एजुकेशनल ग्रुप ने विद्यार्थियों को कक्षा-12वीं के बाद इंजीनियरिंग, मेडिकल, डिजाइनिंग, कम्प्यूटर व टेक्नोलॉजी में नवीनतम प्रोग्राम एवं हर फील्ड में नए कॅरिअर विकल्पों की जानकारी दी।
राजीव गांधी नगर में दो दिवसीय एजुकेशन फेयर के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथी राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एनपी कौशिक ने कहा कि कोटा में देशभर से डेढ़ लाख विद्यार्थी कोचिंग ले रहे हैं। आईआईटी में 11 हजार सीटें होने से शेष स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग में अन्य विकल्पों पर भी सोचें। आप एक डिजायर लेकर बहुत उंचा बनना चाहते हैं, इसके लिए केवल टॉपर को नहीं, अपने से नीचे वालों को देखें कि आप उनसे कितने आगे हैं। डिजायर व डिजर्व दोनों में बेलेेंस बनाएं। सपने अवश्य देखें लेकिन खुद की क्षमता का आंकलन करते रहें। देश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 16 लाख सीटें हैं, इसलिए इंजीनियरिंग में तीन लेवल में से अपना लेवल अचीव करें।
विकल्पों की सही ट्रेक का प्लेटफार्म
अध्यक्षता कर रहे एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने कहा कि हम सभी संस्थान कोटा में डेढ़ लाख बच्चों की अकादमिक कॅअरिंग करते हैं। हर स्टूडेंट एक सपना लेकर कोटा आता है कि मुझे कुछ बनना है। चूंकि जेईई-मेन, एडवांस्ड या नीट में 10 से 20 प्रतिशत बच्चे चयनित हो जाते हैं, लेकिन शेष 80 प्रतिशत को विकल्पों की सही ट्रेक बताने के लिए यह हैप्पीनेस कॅरिअर उत्सव किया गया है।
उन्होने विद्यार्थियों से कहा कि और भी हैं राहें, फैलाओ अपनी बाहें, आप वो करें जो आप चाहें। आज ओवरसीज एजुकेशन बढ़ रही है, जिसकी जानकारी इसमें मिल रही है। उन्होंने कहा कि सपनों की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती, इसलिए हिम्मत न खोएं, हौसलों से आगे बढते रहें। इस मौके पर रेजोनेंस के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट आशीष शर्मा, वायब्रेंट के निदेशक एमएस चौहान, उद्यमी निधी कासलीवाल व निवेश गुरू पंकज लढ्ड सहित गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे।
हर बच्चे में छिपा है एक ‘प्रोफाइल’
विशिष्ट अतिथि आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ अशोक शारदा ने कहा कि हर बच्चे में एक प्रोफाइल छिपा है। दिमाग में डाटा फीड करने के बाद खुद को एनालाइज करें। हमेशा मिट्टी से जुडे़ रहें। आंखो से जो दिखता है, उसके पार भी एक दुनिया है। इसलिए जब लक्ष्य प्राप्त न हो तो धैय न खोएं। आज की भोजन शैली से किशोर उम्र में कैलोरी, शूगर व साल्ट की मात्रा बढ रही है। विटामिन, मिनरल व प्रोटीन कम हो रहे हैं। दाल-रोटी में भी बहुत प्रोटीन है, इसलिए अनावश्यक टॉनिक नहीं लें।
हैप्पीनेस इनिशिएटिव के कन्वीनर अमन माहेश्वरी ने कहा कि इस कॉन्क्लेव से आपको एक ही छत के नीचे कॅरिअर के नए अवसर दिखा रहे हैं, जिससे आपका भविष्य ब्राइट हो सकता है। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नाडेला भी मणिपाल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं, इसलिए जो आईआईटी में सलेक्ट नहीं हो पाते हैं, उनके लिए दूसरे फील्ड और भी हैं। खुद को पहचानें और आत्मविश्वास से आगे बढते रहें।
कॅरिअर कॉन्क्लेव में स्टार सिंगर प्रियांशी श्रीवास्तव, पीयूश पंवार एवं युवा डांसर योगेश शर्मा व रित्विक दिवाकर ने धमाकेदार प्रस्तुतियों पर कोचिंग विद्यार्थी म्यूजिक की मस्ती से झूम उठे। दोपहर में दो सेमिनार में कोचिंग विद्यार्थियों को देश-दुनिया में इंजीनियरिंग में आने वाले बदलावों और मेडिकल में ओवरसीज की पढाई के बारे में, टेक्नोलॉजी से जुडी लर्निंग आदि की जानकारी दी गई। कॉन्क्लेव के डोम में सुबह से सभी संस्थानों के कोचिंग विद्यार्थियों ने अपनी रूचि के कोर्सेस की जानकारी ली।
हमें पहली बार इतने विकल्प मिले
ललितपुर उप्र के छात्र ललित जैन व तेजस जैन ने बताया कि हमें पहली बार प्रत्येक यूनिवर्सिटी से अलग-अलग नए कोर्सेस का पता चला। छत्तीसगढ के छात्र योगेश साहू व कोटा के जितेंद्र सिंह ने कहा कि जेईई-मेन से पहले हमें पता चल गया कि गवर्नमेंट संस्थानों के अलावा देश में कई प्राइवेट यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री की डिमांड के अनुसार कोर्स चला रही हैं। अलवर के जयंत गुप्ता व तुषार ने कहा कि एक ही जगह इतनी नॉलेज मिल जाने से आत्मविश्वास बढ़ा है। इतने विकल्पों का हमें पहले पता नहीं था।शनिवार को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक कॉन्क्लेव में सेमिनार व वर्कशॉप के विशेष सत्र होंगे।