देश के 8 नए एम्स जैसे संस्थानों में एमबीबीएस की 700 सीटों में से 15 फीसदी रिक्त हैं
न्यूजवेव @ कोटा
एम्स नई दिल्ली सहित देश मे कुल 9 एम्स है जिनकी 807 सीटों के लिए एंट्रेंस टेस्ट होता है। इसमें 100 सीटें एम्स दिल्ली में हैं, 7 सीटे विदेशी स्टूडेंट्स के लिए आरक्षित है। एम्स काउंसलिंग के तीन राउंड हो चुके हैं। एम्स पटना एवम रायपुर में लगभग 20% सीटे रिक्त है। रिक्त सीटों की संख्या संस्थानों की विश्वसनीयता एवं गुणवत्ता पर सवाल करती है।
इस वर्ष खुले दो नए एम्स गुंटूर- मंगलगिरि एवं नागपुर के हाल तुलनात्मक रूप से खराब है। इनमे लगभग एक तिहाई सीटें रिक्त है। गुंटूर-मंगलगिरी कि 32% सीटें तथा एम्स नागपुर में 38% सीटें स्टूडेंट्स के लिए तरस रही है।
21 से एम्स काउंसलिंग का ओपन राउंड शुरू
कैरिअर पॉइंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट देव शर्मा ने बताया कि एम्स काउंसलिंग तीन राउंड समाप्त होने के पश्चात 21 अगस्त मंगलवार को एम्स का ओपन राउंड कुल 103 सीटों के साथ प्रारंभ हुआ। ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार ओपन राउंड में सर्वप्रथम जनरल केटेगरी के विद्यार्थियों की काउंसलिंग होगी तत्पश्चात OBC केटेगरी तथा अंत में SC/ST केटेगरी के विद्यार्थियों की काउंसलिंग होगी। यहां एक बड़ी परेशानी यह है कि जनरल केटेगरी के विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को अंत तक इंतजार करना होगा क्योंकि यदि OBC केटेगरी की कुछ सीटें शेष रह जाती है तो जनरल केटेगरी को ट्रांसफर होगी।
इसी प्रकार SC की सीटें शेष रह जाती है तो सर्वप्रथम SC की सीटें ST में और यदि ST की सीटें शेष रह जाती है तो SC में और फिर भी यदि कोई सीटें शेष रहती है तो वह जनरल केटेगरी में ट्रांसफर कर दी जाएंगी।अर्थात ओबीसी, SC/ST की काउंसलिंग संपूर्ण होने के पश्चात तथा सीटे ट्रांसफर होने पर फिर से जनरल केटेगरी की काउंसलिंग होगी। तब तक जनरल केटेगरी के विद्यार्थी एवं अभिभावक सिर्फ इंतजार करते रहेंगे।
स्टेट और एम्स काउंसलिंग में मोप-अप राउंड एक साथ क्यों ?
राजस्थान केे आशार्थी ठगा सा महसूस कर रहे हैं। कारण यह कि एम्स की ओपन राउंड तथा राजस्थान राज्य के Mop-Up राउंड की तिथियां समान है। दोनों राउंड 21 अगस्त को प्रारंभ हुए हैं। ऐसे में मेडिकल विद्यार्थी या तो AIIMS या फिर राजस्थान राज्य की काउंसलिंग दोनों में से एक ही को अटेंड कर पाएगा और यह स्थिति उसके समक्ष उपस्थित विकल्पों की संख्या को निश्चित तौर पर कम करेगी।यदि तारीखों में थोड़ा सा भी अंतर होता तो मेडिकल आशार्थी के लिए अधिक विकल्प खुले होते। राज्य में MBBS की कुल 143 सीटें Mop -Up राउंड के लिए उपलब्ध है।