यूजीसी ने जारी किया सर्कुलर, कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी कोटा ने फिजियोथैरेपी डिग्री में प्रवेश प्रारंभ किए
न्यूजवेव @ कोटा
योग में डिप्लोमा करने वालेे अभ्यर्थी अब फिजियोथेरेपिस्ट बन सकेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के सभी यूनिवसिर्टी एवं कॉलेजों को सर्कुलर जारी कर निर्देश दिए कि देश में योग में डिप्लोमा करने वाले अभ्यर्थियों को फिजियोथेरेपी डिग्री कोर्स में वरीयता दी जाए।
फिजियोथेरेपी के ग्रे्रेजुएशन कोर्स में वरीयता के आधार पर प्रवेश मिलेगा। कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी कोटा ने यूजीसी द्वारा सर्कुलर जारी होने के बाद इसी सत्र 201-19 में योग डिप्लोमाधारियों को वरीयता के आधार पर प्रवेश देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यूनिवर्सिटी के अकादमिक निदेशक डॉ. गुरूदत्त कक्कड़ ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी परिपत्र मे कहा है कि फिजियोथैरेपी स्नातक वर्ग में प्रवेश के दौरान गत एक वर्ष में योग डिप्लोमा कर चुके अभ्यर्थी को अन्य प्रक्रियाओं के बाद प्रवेश में वरीयता दी जाए।
एंट्रेन्स एग्जाम व अन्य प्रक्रियाओं के दौरान अन्य अभ्यर्थी के बराबर अंक अर्जित करने पर योग डिप्लोमाधारी को वरीयता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस नई प्रक्रिया के बाद साढ़े चार साल के बीपीटी कोर्स को पूरा करने के बाद चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाले योग डिप्लोमाधारी अभ्यर्थी अपने नाम के साथ डॉक्टर लिख सकेंगे।