Friday, 29 March, 2024

हाडौती का पहला एग्रो फूड पार्क करावन में बनेगा

मुख्यमंत्री ने झालावाड़ जिले के किसानों को दी सौगात, धनिया, संतरा व सोयाबीन उत्पादन में अग्रणी है झालावाड़ जिला

अरविंद गुप्ता

न्यूजवेव @ करावन/कोटा

झालावाड़ जिले में डग पंचायत के छोटे से गांव करावन में कोटा संभाग का पहला एग्रो फूड पार्क बनेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में घोषणा की कि करावन गांव की 100 बीघा भूमि में इसका निर्माण किया जायेगा। इससे जिले के हजारों किसानों को अपनी फसलों की प्रोसेसिंग होने के बाद अच्छी कीमतें मिलने लगेगी।
झालावाड जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता करावन ने कहा कि इस क्षेत्र में संतरे, अमरूद, लहसुन, टमाटर, धनिया व सोयाबीन की बम्पर पैदावार होती है। वे गत दो वर्षो से करावन में फूड पार्क खोलने की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से जिले के हजारों किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई।

Rajesh Gupta Karawan

ग्रामीणों ने गांव को नई पहचान दिलाने के लिये राजेश करावन का अभिनंदन किया। इसे कृषि विपणन, कृषि एवं उद्योग विभागों द्यारा विकसित किया जायेगा। देश के 22 मेगा फूड पार्कों की सूची मे अभी राजस्थान से केवल अजमेर का ग्रीनटेक मेगा फूड पार्क है।
चार जिलों के किसानों को होगा लाभ


राजेश गुप्ता करावन ने बताया कि करावन में एग्रो फूड पार्क बनने के बाद झालावाड़ एवं मध्यप्रदेश के आगर, मंदसौर व राजगढ़ जिले के हजारों किसानों को लाभ होगा। क्लस्टर एप्रोच से बनने वाले एग्रो फूड पार्क में संग्रहण केंद्र, प्रोसेसिंग सेंटर, कोल्ड चेन आदि के निर्माण होंगे। जिससे सप्लाई चेन के तहत किसान, प्रोसेसर एवं रिटेलरों द्वारा गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की आपूर्ति की जायेगी। फूड पार्क से अच्छे फल एवं फसलों को एक्सपोर्ट भी किया जा सकेगा। यहां देश के निर्यातक भी अपनी प्रोसेसिंग यूनिटें लगा सकते हैं।

धनिया व संतरा हब बनेगा


एग्रो फूड पार्क की प्रोसेसिंग यूनिटों में आसपास के जिलों से संतरे, नींबू, टमाटर, अश्वगंधा, अमरूद, धनिया, मटर,, सोयाबीन आदि की आवक होगी। निकट भविष्य में यह प्रदेश में संतरा की सबसे बडी मंडी बन सकता है। कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि वर्तमान में झालावाड़ जिले में 25 हेक्टेयर भूमि में संतरा के बगीचे हैं। 20-20 हजार हेक्टेयर में धनिया एवं लहसुन की पैदावार, 2.25 लाख हेक्टेयर में सोयबीन फसल होती है। इनकी अत्याधुनिक तकनीक से प्रोसेसिंग हो जाने से किसानों को दो गुना दाम मिल सकते हैं।

कई फूड प्रोसेसिंग यूनिटें खुलेंगी
कृषि विभाग के सूत्रों ने बताया कि रानपुर में एग्रो फूड पार्क खुलने से यहां 100 बीघा भूमि के क्लस्टर में कई कम्पनियां निजी फूड प्रोसेसिंग यूनिेटें खोलेंगी, जिससे जिले में रोजगार के अवसर बढ जायेंगे। खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सब्सिडी मिलने से इसमें बडी संख्या मंे एग्रो प्रोसेसिंग यूनिटों में निवेश किया जायेगा। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे से संपर्क एवं राजगढ़ बांध से नजदीक होने के कारण यहां पानी की समस्या नहीं रहेगी। जिले में कालीसिंध सुपर थर्मल की क्षमता निकट भविष्य में 2000 मेगावाट हो जाने से बिजली की समस्या खत्म हो जायेगी।

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