लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की आव्हान पर ग्लोबल स्कूल कोटा की प्रेरक पहल
न्यूूजवेव@कोटा
कोरोना के कारण ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता या परिवार के कमाने वाले सदस्य की मृत्यु हो गई है, उन्हें निशुल्क शिक्षा देने की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आव्हान पर ग्लोबल स्कूल कोटा ने पहल की है। ग्लोबल स्कूल ने ऐसे ही परिवार की दो बेटियों को निशुल्क पढ़ाने का फैसला किया है। इसका पत्र स्कूल प्रबंधन ने बच्चियों के दादा को भेजा है।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने पिछले दिनों संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के स्कूल संचालकों और कोचिंग प्रबंधन के साथ वर्चुअल बैठक कर ऐसे बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने का आग्रह किया था। बैठक के दौरान कोटा के कोचिंग संस्थानों ने देश भर के ऐसे बच्चों के कोटा आकर मेडिकल या इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने पर उनके लिए कोचिंग और आवास की निशुल्क व्यवस्था करने की बात कही थी। वहीं स्कूलों ने भी संसदीय क्षेत्र के ऐसे बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने को आश्वस्त किया था।
दो बेटियों को निशुल्क शिक्षा
निदेशक ओम माहेश्वरी ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला बिरला की इसी अपील पर तलवंडी स्थित ग्लोबल स्कूल ने तलवंडी निवासी दो बहनों की शिक्षा की निशुल्क व्यवस्था की है।तलवंडी में रहने वाली यह दोनों बहनें करीब तीन साल से स्कूल के अध्ययनरत हैं। उनके पिता भोपाल में एक मोबाइल कम्पनी में फील्ड आफिसर थे जबकि मां वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय में अंशकालिक सेवाएं देती थीं। बच्चियों के माता-पिता दोनों भोपाल में ही संक्रमित हो गए। वहां उपचार में लाभ नहीं मिलने पर उन्हें कोटा शिफ्ट किया गया। लेकिन यहां भी उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ। कुछ ही घंटों के भीतर कविता की 13 मई की देर रात तथा उमेश की 14 मई की सुबह मृत्यु हो गई। इन दोनों बेटियों की देखभाल अभी उनके दादा कर रहे हैं। स्कूल ने दादा को भेज पत्र में लिखा कि दोनों बच्चियां जब तक स्कूल में पढ़ना चाहेंगी उन्हें निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। इसके साथ दोनों बच्चियों की क्षमता विकास के लिए भी उन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।