शहर यातायात पुलिस द्वारा ई-चालान दोषियों के घर पहुंचाना शुरू, पांच माह में बनाये 7124 ई-चालान
न्यूजवेव @ कोटा
मोबाइल पर बात करते हुये शहर में दुपहिया वाहन या कार चलाना अब महंगा पड़ सकता है। सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिये यातायात पुलिस ने ऐसे वाहनचालकों के खिलाफ ई-चालान बनाना शुरू कर दिया है जो शहर के मुख्य मार्गों या चौराहों पर एक हाथ से मोबाइल पर बात करते दुपहिया वाहन या चारपहिया वाहन चलाते हैं।
यातायात पुलिस इंचार्ज नीरज कुमार ने बताया कि शहर में इन दिनों 100 ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ ई-चालान बनाकर उनके घर भेजे गये हैं जो मोबाइल पर बात करते हुये वाहन चलाते हुये पाये गये। यातायात पुलिसकर्मियों द्वारा रोकने पर वे अपना वाहन तेज रफ्तार से भगा ले जाते हैं। लेकिन ई-चालान डिवाइस के जरिये उनकी इस प्रवृत्ति पर काबू लगाया जा सकेगा। इस डिवाइस से पांच में माह में 7124 दोषी वाहन चालकों के चालान बनाकर घर भेजे गये हैं। इससे शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार दिखने लगा है।
फास्ट बाइकर्स पर कसेंगे लगाम
उन्होंने बताया कि पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि शहर के रिहायशी कॉलोनियो में युवा बाइक को तेज स्पीड से चलाते हुये पैदल चल रही महिलाओं व युवतियों के पास से गुजरते हैं, जिससे महिलाओं में छीना-झपटी या टक्कर लगने का भय बना रहता है। पुलिस ने ऐसे बाइकर्स के खिलाफ अभियान चलाकर पांच माह में 3630 वाहनचालकों के ई-चालान उनके घर पहुंचाये। कई अभिभावकों ने पुलिस को फोन पर बताया कि इस कार्रवाई से यह पता चला कि उनके बच्चे रोड पर गाड़ी कैसे चला रहे हैं, ई-चालान से उनकी आंखें खुल गई। यह कार्रवाई जारी रहनी चाहिये।
प्रतिवर्ष 15 प्रतिशत नए वाहन
यातायात पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिक्षा नगरी की सडकों पर प्रतिवर्ष 15 प्रतिशत वाहन नये आ जाते हैं। जिससे वाहनों का दबाव अब दोगुना हो चुका है। इस वर्ष 13,888 ऐसे वाहन चालकों के चालान बनाए गए, तो गलत साइड पर वाहन चलाते हुये पाये गये। 255 कारों पर ब्लेक कलर फिल्म हटाकर उनके ई-चलान बनाए गये। मार्केट, भीड़ वाले क्षेत्रों या मुख्यमार्ग पर निधारित सीमा से अधिक तेज स्पीड से गाड़ी चलाने पर सीसीटीवी कैमरों से गाडियों के नंबर नोट कर पांच माह में 5000 से अधिक वाहनचालकों के ई-चालान उनके घर भेजे गये हैं। मौके से चालक के अचानक गाड़ी से भागने पर भी वह पुलिस की पकड़ से नहीं बच पाते हैं।