Wednesday, 4 December, 2024

मोबाइल से दूर आईआईटी के सपने सच किए

इंटरव्यू: एजुकेशन सिटी में जेईई-एडवांस्ड,2018 में शीर्ष अंक हासिल करने वाले वायब्रेंट एकेडमी के टॉपर्स से सीधी बातचीत –

टीचर्स ने हमें अलग मैथड व कंसेप्ट सिखाए

साहिल जैन, स्कोर- 324/360

  •  उपलब्धि – कोटा के छात्र साहिल को जेईई-एडवांस्ड में 324 अंक मिले है। दो वर्ष वायब्रेंट एकेडमी से क्लासरूम कोचिंग ली। सरकारी स्कूल में शिक्षक धनराज जैन के इकलौते पुत्र साहिल ने 12वीं बोर्ड में 95.2 प्रतिशत अंक तथा जेईई-मेन में 330 अंकों से ऑल इंडिया रैंक-40 हासिल की। एनटीएसई स्कॉलर साहिल ने इस वर्ष केवीपीवाय में एआईआर-3 हासिल की।
  • मोटिवेशन – मामा नवीन ने बहुत मोटिवेट किया। मां सुनीता हर पल साथ रही।
  • वीक पॉइंट – शुरू में फिजिक्स कमजोर थी, निदेशक खुद क्लास में आकर पढ़ाते थे, इसलिए बहुत इम्प्रूव किया। मैथ्स में हमें अलग मैथड व कंसेप्ट सिखाए, जिससे अच्छे मार्क्स मिले।
  • स्ट्रेंथ – 2 साल मोबाइल व सोशल मीडिया से दूर रहकर पढाई की। रोज सुबह 15 मिनट योग व मेडिटेशन करता हूं।
  • स्पीड व एक्यूरेसी – मैने आईआईटी के मॉक टेस्ट देकर अपनी स्पीड व एक्यूरेसी को इम्प्रूव किया।
  • लक्ष्य – आईआईटी,बॉम्बे से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक। कम्प्यूटर में रूचि होने से कोडिंग में रिसर्च करूंगा।
  • सक्सेस मंत्र– अपना लक्ष्य खुद बनाएं, शैड्यूल से पढाई करें, छोटे-छोेटे टारगेट बनाएं- आज इतना तो पढ़ना ही है। नोट्स का सही रिवीजन करते रहें।

4 वर्ष की मेहनत से मिली 4 गुना सफलता

मीनल पारख, स्कोर- 313/360

  • उपलब्धि – जेईई-एडवांस्ड में कोटा से सर्वाधिक 313 अंक हासिल करने वाली मीनल ने क्लास-9 से वायब्रेंट एकेडमी में क्लासरूम कोचिंग ली। जेईई-मेन में 289 अंकों से एआईआर-387 रैंक मिली लेकिन एडवांस्ड में सर्वोच्च मार्क्स लाकर उसने सबको चकित कर दिया। मीनल को 12वीं बोर्ड में 93 प्रतिशत अंक मिले।
  • फैमिली सपोर्ट – घर में मां मंजू पारख देर रात तक देखभाल करती थी। पिता गुलाबचंद पारेख बीएसएनएल, बूंदी में सेवारत है। मां ने कभी अकेलापन महसूस नहीं होने दिया।
  • स्ट्रैंथ– मैने अपना होमवर्क रोज पूरा किया। कोई डाउट अगले दिन के लिए नहीं छोडती थी। संस्थान के टेस्ट से पता चला कि हम कहां खडे़ हैं, इससे बहुत फायदा मिला।
  • चुनौतियां – जेईई-मेन में मार्क्स कम रहे लेकिन टीचर्स ने तीनों सब्जेक्ट में वीक पाइंट दूर किए, जिससे कॉफिडेंस बढ़ा। वे रोजाना गाइड करते थे।
  • लक्ष्य– आईआईटी बॉम्बे से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक।
  • सक्सेस मंत्र- खुद पर भरोसा करें, कभी डाउट्स न रखें। कोचिंग नोट्स रिवाइज कर लें तो मुश्किलें कम हो जाती हैं। ऑनलाइन पेेपर में प्रॉब्लम सभी के लिए एक जैसी थी, इसलिए इस पर ज्यादा नहीं सोचा।
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