नेशनल रिकॉर्ड:
- किसी एक सरकारी स्कूल से जेईई-एडवांस्ड में 40 विद्यार्थियों का चयन शिक्षा जगत में नया कीर्तिमान
- रेजोनेंस-दक्षणा ‘स्कालर-50’ बैच से लगातार दूसरे वर्ष जेईई-मेन में सभी 50 छात्र सलेक्ट हुए
अरविंद
न्यूजवेव@ कोटा
बूंदी जिले के सीतापुरा में नवोदय स्कूल परिसर में बाहरी दुनिया से अलग 50 विद्यार्थियों ने लगातार दूसरे वर्ष जेईई-मेन व जेईई-एडवांस्ड में सफलता का नया कीर्तिमान रच दिया। यहां संचालित रेजोनेंस-दक्षणा ‘स्कालर-50’ बैच से सभी 50 छात्र पहले जेईई-मेन में चयनित हुए। उसके बाद जेईई-एडवांस्ड,2018 में 40 विद्यार्थियों (80 प्रतिशत) ने अच्छी रैंक के साथ आईआईटी में प्रवेश पक्का कर लिया। सभी विद्यार्थियों को 2 वर्ष निःशुल्क क्लासरूम कोचिंग दी गई।
इस वर्ष जेईई-एडवांस्ड में बारां से सामान्य वर्ग के छात्र युवराज गर्ग रैंक-126 के साथ देश के 700 छात्रों में बैच टॉपर रहे। इसी बैच में शाजापुर (मप्र) के छात्र अकरम खान कॉमन रैंक-268 व ओबीसी रैंक-20, उमेश परमार कॉमन रैंक-1068 व ओबीसी रैंक-115 पर सफल हुए हैं। इसी बैच से सामान्य वर्ग के 4 विद्यार्थी चयनित हुए हैं।
रोेज खेलकर हमने जीतना सीखा
खास बात यह कि 10 राज्यों से चयनित सभी वर्गों के ये 50 विद्यार्थी यहां स्कूल व छात्रावास मंे रहते हुए एक दूसरे की मदद करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। युवराज कहते हैं, खेलने से हम जीतना सीख गए। सुबह योग व शाम को खेलकूद के साथ नियमित तनावमुक्त होकर पढ़ते हैं। गांव से निकले ये छात्र टीम भावना से एक दूसरे की प्रॉब्लम दूर कर लेते हैं। उन्हें घर की कभी याद नहीं आती। आईआईटी में पढ़ रहे दक्षणा एलुमनी इनसे मिलने आते हैं और आगे की पढाई के लिए फीस में मदद करने का भरोसा भी दिलाते हैं।
एक ही स्कूल से 40 बच्चों का चयन
नवोदय स्कूल के प्रिंसिपल एस.के.माहेश्वरी ने बताया कि देश के किसी एक स्कूल से जेईई-एडवांस्ड में सर्वाधिक सफलता का रिकॉर्ड है। इस बैच में केवल रिजर्व केटेगरी न होकर सभी वर्गों के छात्र शामिल हैं। यहां के छात्र युवराज गर्ग, अकरम खान, अर्पण सिंह, अरविंद कुमार, धर्मेंद्र अहीरवार, संजय कुमार, सौरभ वर्मा, सौमया रंजन पात्रा, उमेश परमार केवीपीवाय फैलोशिप में भी एक साथ चयनित हुए।
छोटे किसान व मजदूरों के बच्चे
रेजोनेंस के फैकल्टी एवं कार्डिनेटर एस.के.सिन्हा ने बताया किसभी 50 होनहार बच्चे 10 राज्यों के गांव-कस्बों में रहने वाले छोटे किसान व मजदूर परिवारों से हैं। रेजोनेंस व दक्षणा फाउंडेशन द्वारा प्रतिवर्ष एक लिखित परीक्षा में चयनित होने पर इन्हें 2 वर्ष निःशुल्क कोचिंग व स्कूली शिक्षा दी जाती है।
बास्केटबॉल खेलने से बढ़ा मेंटल लेवल
युवराज गर्ग, रैंक-126
घर से दूर नवोदय स्कूल में एक नई दुनिया मिली। रोज सुबह योग, जॉगिंग व पीटी करना और शाम को बास्केटबॉल खेलना हमें दिनभर नई एनर्जी देता था। रेजोनेंस के स्टडी मेटेरियल और फैकल्टी के सपोर्ट से प्रवेश परीक्षाओं के लिए अच्छी तैयारी का मौका मिली। उसने 360 में से 268 अंकों के साथ एआईआर-126 प्राप्त की। 12वीं में 93 प्रतिशत अंक लाने के बाद जेईई-मेन में रैंक-280 मिली।
स्कूल परिसर या हॉस्टल में रहते हुए हम कमजोर के डाउट खुद दूर करते हैं। रेजोनेंस फैकल्टी ने अंतिम दिनों में जेईई-एडवांस्ड के 10 मॉक टेस्ट करवाए, जिससे पेपर में कुछ अलग नहीं लगा। वह आईआईटी, कानपुर से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक करेगा।
ऐसे होनहारों पर हमें गर्व है
ग्रामीण परिवेश से निकले होनहार छात्रों ने नवोदय स्कूल में आकर अपनी योग्यता साबित की है। 12वीं बोर्ड के साथ पहले प्रयास में जेईई-मेन व जेईई-एडवांस्ड में शानदार सफलता अर्जित करना असाधारण उपलब्धि है। सीएसआर के तहत रेजोनेंस-दक्षणा फाउंडेशन द्वारा स्कॉलर-50 बैच के बच्चों को दो वर्ष क्वालिटी क्लासरूम कोचिंग दी जा रही है। निरंतर दूसरे वर्ष इस बैच के छात्रों ने राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाया, जिस पर हमें गर्व है।
-आर.के.वर्मा, प्रबंध निदेशक, रेजोनेंस