बेमिसाल: बूंदी जिले के जवाहर नवोदय स्कूल, सीतापुरा में रेजोनेंस-दक्षणा ‘स्कालर-50’ बैच के सभी 50 छात्र जेईई-मेन,2018 में क्वालिफाई हुए।
न्यूजवेव @ कोटा
अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के माहौल में गांव के साधारण परिवारों से निकले होनहार बच्चों ने असाधारण कामयाबी हासिल कर दिखाई। इस वर्ष जेईई-मेन,2018 के रिजल्ट में बूंदी जिले के जवाहर नवोदय स्कूल, सीतापुरा के ‘स्कॉलर-50’ बैच के सभी 50 विद्यार्थी क्वालिफाई हुए हैं। इस स्कॉलर बैच ने लगातार दूसरे वर्ष 100 प्रतिशत सलेक्शन का कीर्तिमान रच दिया।
इस वर्ष बैच टॉपर युवराज गर्ग ने 360 में सेे 295 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया रैंक-280 हासिल की। उसे मैथ्स में सर्वाधिक 115 अंक मिले। युवराज दक्षणा फाउंडेशन के देशभर में 700 छात्रों में टॉपर रहा। दूसरे स्थान पर अकरम खान 286 अंक अर्जित कर एआईआर-441 पर कामयाब रहा। उसे केमिस्ट्री में 108 अंक मिले।
खास बात यह कि इस बैच के सभी छात्रों ने फिजिक्स में 46 प्रतिशत, केमिस्ट्री में 56 एवं मैथ्स में 41 प्रतिशत औसत अंक प्राप्त किए। क्लास में जेईई-मेन में प्राप्तांक का औसत 143 रहा। 50 में सेे 47 स्टूडेंट्स ने सामान्य वर्ग के कटऑफ 74 से अधिक मार्क्स हासिल किए।
अब जेईई-एडवांस्ड की तैयारी में जुटे
रेजोनेंस के फैकल्टी एवं कार्डिनेटर एसके सिन्हा ने बताया कि कक्षा-12वीं के छात्र युवराज गर्ग, अकरम खान, अर्पण सिंह, अरविंद कुमार, धर्मेंद्र अहीरवार, संजय कुमार, सौरभ वर्मा, सौमया रंजन पात्रा, उमेश परमार केवीपीवाय फैलोशिप के लिए एक साथ चयनित हुए।
गांव के स्कूल परिसर में साथ रहते हुए ये 50 बच्चे अब 20 मई को होने वालीे जेईई-एडवांस्ड परीक्षा की अंतिम तैयारी में जुटे हैं। नियमित पढाई के साथ रोज सुबह योग-प्राणायाम एवं शाम को खेलकूद इनकी दिनचर्या में शामिल है।
शांत शैक्षणिक वातवरण में रेजोनेंस की अनुभवी फैकल्टी 50 विद्यार्थियों को लक्ष्य के प्रति फोकस रखती है। नियमित सही गाइडेंस मिलने से इस बैच में 95 से 100 प्रतिशत बच्चे प्रतिवर्ष सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा, केवीपीवाय, जेईई-मेन एवं जेईई-एडवांस्ड में सलेक्ट हो रहे हैं।
छोटे किसान व मजदूरों के बच्चे
सभी 50 होनहार बच्चे विभिन्न राज्यों के गांव-कस्बों में रहने वाले छोटे किसान व मजदूर परिवारों से हैं। रेजोनेंस व दक्षणा फाउंडेशन द्वारा प्रतिवर्ष एक लिखित परीक्षा में चयनित होने पर इन्हें 2 वर्ष निशुल्क कोचिंग व स्कूली शिक्षा दी जाती है। वर्षपर्यंत ये 50 बच्चे मिलकर जेईई-मेन, एडवांस्ड एवं केवीपीवाय सहित अन्य ओलिम्पियाड की तैयारी करते हैं।
सपने हुए साकार
नवोदय स्कूल के बच्चे कड़ी मेहनत करते हुए प्रतिवर्ष आईआईटी में पहुंच रहे हैं। रेजोनेंस फैकल्टी द्वारा उच्च स्तरीय कोचिंग व मार्गदर्शन देने से ग्रामीण बच्चों के सपने पूरे हो रहे हैं। जेईई मेन में 100 प्रतिशत सफलता के लिए नवोदय स्कूल के शिक्षकों का योगदान भी प्रशंसनीय है।
– आरके वर्मा, प्रबंध निदेशक, रेजोनेंस