अपडेट- रेलवे में पूछताछ,शिकायत या मदद के लिए होगा- रेल मदद हेल्पलाइन नंबर “139”, अभी औसतन 3.44 लाख यात्री कॉल करते हैं
न्यूजवेव @ नईदिल्ली
भारतीय रेल ने यात्रियों की सुविधा के लिये सिर्फ सिंगल रेलवे हेल्पलाइन नंबर-139 (रेल मदद हेल्पलाइन) जारी किया है। इसमें अन्य सभी हेल्पलाइन नंबरों को मर्ज कर दिया है। इससे यात्रियों को यह नंबर याद रखना और किसी भी प्रॉब्लम के लिये एक नंबर पर ही कॉल करना आसान होगा। इससे पहले रेल यात्रियों को अपनी शिकायत या पूछताछ के लिए कई हेल्पलाइन नंबरों को याद रखना पड़ता था।
नया हेल्पलाइन नंबर-139 बारह भाषाओं में होगी। यात्री IVRS (इंटरेक्टिव वाइस रिस्पॉन्स सिस्टम) का चयन कर सकते हैं या ’(एस्टेरिस्क) दबाने पर कॉलसेंटर एक्जीक्यूटिव से सीधे कनेक्ट कर सकते हैं। इतना ही नहीं, अब 139 पर कॉल करने के लिए किसी स्मार्टफोन की भी आवश्यकता नहीं है।
भारतीय रेल के अनुसार, देश में हेल्पलाइन-139 रोजाना औसतन 3 लाख 44 हजार 513 कॉल्स तथा एसएमएस प्राप्त करती है। रेलवे की विभिन्न शिकायत हेल्पलाइनों को 2020 में बंद कर दिया गया था। अब 1 अप्रैल 2021 से हेल्पलाइन नंबर-182 बंद हो जाएंगे और यह नबंर 139 में शामिल हो जायेगा।
रेल मंत्रालय ने यात्रियों को सूचित करने और उन्हें जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया अभियान # OneRailOneHelpline139 भी लॉन्च किया है।
139 हेल्पलाइन (IVRS) का मैन्यू
- सुरक्षा एवं मेडिकल सहायता के लिए 1 दबाना है, जो तुरंत कॉलसेंटर एक्जीक्यूटिव से कनेक्ट हो जाता है।
- पूछताछ के लिए 2 दबाना है तथा सब मैन्यू में PNR स्थिति, रेलगाड़ी का आगमन या प्रस्थान, सीटों की उपलब्धता, किराया संबंधी पूछताछ, टिकट बुकिंग, सिस्टम टिकट कैंसिलेशन, वेक अप अलार्म फैसिलिटी या गंतव्य अलर्ट, व्हीलचेयर बुकिंग, मील बुकिंग प्राप्त कर सकते है।
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- सामान्य शिकायतों के लिए 4 दबाएं।
- सतर्कता संबंधी शिकायतों के लिए 5 दबाएं।
- पार्सल एवं सामान संबंधी पूछताछ के लिए 6 दबाएं।
- IRCTC ऑपरेटेड रेलगाड़ी पूछताछ के लिए 7 दबाएं।
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- शिकायतों की स्थिति जानने के लिए 9 दबाएं।
कॉलसेंटर एक्जीक्यूटिव से जुड़ने के लिए ’(एस्टेरिस्क) दबाएं।