Thursday, 12 December, 2024

राजस्थान में कैंसर से प्रतिवर्ष 65 हजार दम तोड़ रहे

विश्व कैंसर दिवस: 4 फरवरी पर विशेष, बदलती जीवनशैली से बढ रहा कैंसर

राजेंद्र कुमार
न्यूजवेव @जयपुर
राजस्थान में कैंसर का असर पुरुषों के साथ महिलाओं में भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में प्रतिवर्ष इस बीमारी से 65 हजार से अधिक लोग दम तोड़ रहें है। जबकि देश में 12 लाख से अधिक लोग अकारण ही दम तोड़ देते हैं। आज विश्व कैंसर दिवस है। इसकी शुरुआत कैंसर की रोकथाम और इसके बचाव के लिए जागरुकता पैदा करने के लिए 1933 में हुई थी।


एसएमएस हॉस्पिटल, जयपुर में वरिष्ठ प्रोफेसर एवं ईएनटी विशेषज्ञ डॉ.पवन सिंघल बताते है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से कैंसर रोगी प्रतिदिन आ रहे हैं। इनमें 90 प्रतिशत कैंसर का कारण वर्तमान में बदल रही जीवनशैली और हमारे वातावरण के प्रभाव से संबधित है। जानकारी के अभाव में कैंसर का रोगी समय पर जांच व इलाज नही ले पाता, इस कारण वह जल्दी इसकी चपेट में आ जाता है।
उन्होने बताया कि आजकल जो कैंसर के जो रोगी आ रहे हैं उनमें मुंह व गले के अधिक है। इसका मुख्य कारण तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों का सेवन है। मुंह व गले के कैंसर के रोगियों में युवाओं की संख्या अधिक है। वहीं आजकल सर्वाइकल कैंसर का खतरा महिलाओं में बढ़ता जा रहा है। यह कैंसर महिलाओं की बच्चेदानी से संबधित होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, कैंसर के प्रभाव से मुंह में अल्सर, गले में दर्द, आवाज में बदलाव और चबाने और निगलने में कठिनाई हो तो इस प्रकार के ओरल कैंसर का इलाज किया जा सकता है।

19 फीसदी युवा गुटखे व धूम्रपान से कैंसर की चपेट में
राजस्थान सहित देशभर में गुटखे, तंबाकू के साथ धूम्रपान उत्पादों का किसी भी रुप में सेवन करना कैंसर का बड़ा कारण बनता जा रहा है। राजस्थान में वर्ष 2021 में हुए ग्लोबल यूथ टोबेको सर्वे के अनुसार 13.4 प्रतिशत युवा सिगरेट का उपयोग शुरु करते है। वहीं 19.2 प्रतिशत युवा विद्यार्थी अप्रत्यक्ष रुप से धूम्रपान का शिकार हो रहे है। राजस्थान में मुख्य कैंसर में ब्रेस्ट, मुंह, फेफड़े, बच्चेदानी, जीभ,पुरुषों में ओरल केविटि, गला, खाने की नली या सर्वाइकल कैंसर मुख्य रूप से सामने आ रहे है।

ऐसे करें अपना बचाव-
-पौष्टिक व संतुलित भोजन लें।
-स्मोकिंग व तंबाकू उत्पादों से बचें। शराब से दूरी बना लें।
-अपने वजन को नियंत्रित रखें व तनाव कम करें
– अपना हैल्थ चेकअप कराते रहे, समय पर स्क्रीनिंग जरुरी है।

‘क्लोज द केयर गैप’ थीम से बढी अवेयरनेस


सुखम फाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ. सुनीता ने बताया कि विश्व कैंसर दिवस पर ‘क्लोज द केयर गैप’ (Close the care gap) थीम के माध्यम से दुनियाभर में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति जन जागरूकता की जा रही है। इस दिन प्रदेश सहित दुनियाभर में कैंसर रोग से बचाव की निशुल्क जानकारी, प्रारंभिक लक्षणों की पहचान और इसके इलाज के बारे में विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श दिये जा रहे हैं। उन्होने बताया कि कैंसर रोग के लक्षणों को लेकर प्रारंभिक जानकारी के अभाव में लोगों में कई भ्रांतियां है, जिसके चलते उन्हे सही उपचार नही मिल पाता है।
डॉ.सुनीता ने बताया कि केंद्र एवं राज्य सरकार को तम्बाकू व धूम्रपान उत्पादों पर तत्काल रोक लगानी चाहिए। ऐसे उत्पादों पर टैक्स बढ़ाया जाना चाहिए। प्रदेश में कैंसर रजिस्ट्री और ऑडिट बहुत आवश्यक है। इससे कैंसर रोगियों की संख्या और उसके होने वाले कैंसर के कारणों का पता लगाया जा सकेगा। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें- डॉ.पवन सिंघल 94140 43435

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