Friday, 19 April, 2024

70 फीसदी ओरल कैंसर तम्बाकू व धूम्रपान की लत से-डॉ. मिस्त्री

कोटा कैंसर सोसायटी द्वारा निःशुल्क उपचार व जांच शिविर 

न्यूजवेव @ कोटा

कोटा कैंसर सोसायटी द्वारा रविवार को बसंत विहार स्थित कोटा कैंसर हॉस्पिटल में निःशुल्क परामर्श व जांच शिविर आयोजित किया गया, जिसमे शहर के 100 से अधिक रोगियों ने कैंसर रोग विशेषज्ञ से परामर्श लिया।
इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में धीरुभाई अम्बानी हॉस्पिटल, मुम्बई में कैंसर विभाग के एचओडी डॉ राजेश मिस्त्री ने कहा कि भारत मे लगभग 70 प्रतिशत ओरल कैंसर तम्बाकू, धूमपान एवं अल्कोहल के सेवन से हो रहा है,जबकि पर्यावरण प्रदूषण से 30 प्रतिशत मामले ही सामने आते हैं।


डॉ मिस्त्री ने कहा कि बच्चों में तम्बाकू गुटका खाने की लत को स्कूल स्तर पर 13-14 साल की उम्र से ही रोका जाये अन्यथा 15-20 वर्ष बाद यह लत कैंसर का मुख्य कारण बन जाती है। इसे परिवार व समाज मे जागरूकता से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने तम्बाकू गुटका के सेवन पर रोक लगा दी है, लेकिन राजस्थान में जागरूकता कम है। कैंसर रोग की जानकारी जांच से ही सामने आती है। इसे प्रथम चरण में सही इलाज लेकर रोका जा सकता है, जबकि चौथा चरण घातक है। हालांकि अंतिम चरण मे पहले रोगी 6 माह जीवित रह पाते थे, आज इलाज मिलने से 5 साल तक स्वस्थ रह सकते हैं।

मुंबई में कैंसर विशेषज्ञ कोटा निवासी डॉ हर्ष कुमार ने बताया कि कैंसर को ऊंचे मनोबल व समय पर सही इलाज लेकर हराया जा सकता है। यह रोग प्रिवेंटिव है, जिसके सही इलाज के लिए कोटा में ही कैंसर हॉस्पिटल जेसी सुविधा है। इस अवसर पर कोटा कैंसर सोसायटी के डॉ कन्जोलिया,इंजीनियर विमल धारीवाल, समाजसेवी राजेश बिरला, प्रदेश कॉंग्रेस कमेटी की सचिव राखी गौतम, सीए योगेन्द्र गुप्ता व कैलाशचंद दलाल सहित गणमान्य नागरिक व चिकित्सक मौजूद रहे।
3000 कैंसर रोगियों को मिला लाभ


कोटा कैंसर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ वेदप्रकाश गुप्ता ने बताया कि 2007 में उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत ने कोटा कैंसर हॉस्पिटल की नींव रखी थी। 15 वर्ष में हाड़ौती व मप्र के लगभग 3 हजार से अधिक कैंसर रोगी यहां इलाज ले चुके हैं। इसमें कोबाल्ट,कीमो थेरेपी,फिजियोथेरेपी व सर्जरी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ हेमंत दाधीच, सर्जन डॉ अकलाख हुसैन, एम्स जोधपुर के पूर्व रेडियो थेरेपिस्ट डॉ रमाकान्त तिवारी सहित वरिष्ठ फिजिशियन डॉ रामपाल की नियमित सेवायें कैंसर रोगियों को मिल रही है।
मेडिटेशन सेंटर भी खुला


ईश्वरीय प्रजापिता ब्रम्हकुमारी विश्वविद्यालय की कोटा इकाई ने कोटा कैंसर हॉस्पिटल में निःशुल्क मेडिटेशन सेंटर भी खोल दिया है। ब्रम्हकुमारी उर्मिला, डॉ कृष्णा,आईआईटीयन कृति मेडिटेशन तकनीक से रोगियों में कैंसर से लड़ने की ऊर्जा पैदा कर रही है। समाजसेवी जी.डी.पटेल ने कहा कि शहवासियों को निशुल्क मेडिटेशन सेंटर का लाभ उठाना चाहिए।
कोटा में तम्बाकू से कैंसर रोगी ज्यादा
टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल,मुम्बई की एक टीम पिछले 7 वर्षों से कोटा व रावतभाटा के आसपास रोगी के घर पहुंचकर “कैंसर रजिस्ट्री” तैयार कर रही है। कोटा इकाई के ललित पोटर व हरिप्रकाश ने बताया कि कोटा में गुटका व तम्बाकू का सेवन अधिक होने से कैंसर रोगी बढ़े हैं। वंशानुगत व प्रदूषण के मामले कम हैं।
खुशी अपने भीतर से पैदा करें


समाजसेवी ईश्वरलाल सैनी ने कहा कि वे 19 साल पहले कैंसर से लड़कर जीते हैं। उन्होंने तम्बाकू छोड़कर अपने आहार व दिनचर्या में सुधार किया है। हम रोज सुबह पैदल सैर, योग-प्राणायाम करके खुद को समय देना सीखें और जीने की खुशी अपने भीतर से पैदा करें।

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