Thursday, 25 April, 2024

कोटा जिले के 7 गवर्नमेंट हॉस्पिटल में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट

न्यूजवेव @ जयपुर/कोटा
राजस्थान के प्रत्येक राजकीय चिकित्सालय को ऑक्सीजन आपूर्ति में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस आव्हान पर कोटा के सभी राजकीय चिकित्सालयों में नगरीय विकास, आवासन, स्वायत्त शासन मंत्री शान्ति धारीवाल के निर्देश पर 7 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्यादेश जारी कर दिया गया। इसका आर्थिक भार नगर विकास न्यास कोटा द्वारा वहन किया जायेगा।
स्वायत्त शासन मंत्री शान्ति धारीवाल ने बताया कि नगर विकास न्यास कोटा द्वारा द्वितीय चरण में 7 ऑक्सीजन प्लांट लगाये जायेंगे। ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने प्रदेश के राजकीय चिकित्सालयों में अलग-अलग क्षमता के प्लांट लगाने के लिए निर्धारित तकनीकी मापदण्ड एवं तकनीक का निर्धारण किया है। ये सभी ऑक्सीजन प्लांट एक वर्ष के संचालन व रखरखाव, दो साल की वारंटी के साथ स्थापित किये जाएंगे।

1,414 हॉस्पिटल बेड पर पाईप से,2840 सिलेंडर से ऑक्सीजन
उन्होनें बताया कि कोटा जिले के 7 राजकीय चिकित्सालयों में ऑक्सीजन सेन्ट्रल लाईन से बेड तक सप्लाई की जा जायेगी। ये प्लांट न्यू मेडिकल कॉलेज कोटा में 1040 सिलेण्डर या 520 बेड क्षमता का, एम.बी.एस. हॉस्पिटल में 800 सिलेण्डर या 400 बेड क्षमता का, जेके लॉन हॉस्पिटल कोटा में 200 सिलेण्डर या 100 बेड क्षमता का, रामपुरा सेटेलाईट हॉस्पिटल में 100 सिलेण्डर या 50 बेड क्षमता का, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विज्ञान नगर, दादाबाड़ी, कुन्हाड़ी में 300 सिलेण्डर या 150 बेड क्षमता का तथा सामुदायिक केन्द्र ईटावा, कैथून, सांगोद में 300 सिलेण्डर या 150 बेड क्षमता का एवं राजकीय चिकित्सालय रामगंजमण्डी में 100 सिलेण्डर या 50 बेड क्षमता का लगाया जायेगा।
कोटा के 7 राजकीय चिकित्सालयों के 1,414 हॉस्पिटल बेड पर प्रतिदिन पाईप के माध्यम से अथवा 2840 सिलेंडर के माध्यम से प्रतिदिन ऑक्सीजन पहुंचाई जा सकेगी। इससे कोटा शहर ऑक्सीजन के मामलें में आत्मनिर्भर हो सकेगा। यह कार्य अगस्त, 2021 से पहले पूरा हो जायेगा।

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