लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुख्य सचिव को दिए निर्देश
न्यूजवेव @कोटा
राजस्थान में सरकार बदलते ही कोटा में एयरपोर्ट के निर्माण की राह में आ रही बाधाओं को दूर करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरूवार को राजस्थान की मुख्य सचिव को एयरपोर्ट के भूमि को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हस्तांतरित करने के लिए राशि जमा करवाने निर्देश दिए।
कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए शंभूपुरा में भूमि चिन्हित की गई थी। वन भूमि होने के कारण एयरपोर्ट निर्माण के लिए इसका डायवर्जन करवाया जाना आवश्यक था। इसके अलावा इस भूमि से पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन की लाइन भी गुजर रही है, जिसको भी शिफ्ट किया जाना है। इस सब के लिए राजस्थान सरकार को कुल 127.47 करोड़ रूपए जमा करवाना था। लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने महज 21.13 करोड़ रूपए ही जमा करवाए।
इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा दो दर्जन से अधिक स्मरण पत्र भेजे जाने के बाद भी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बकाया 106.34 करोड़ रूपए जमा नहीं करवाया। इस कारण एयरपोर्ट के निर्माण की प्रक्रिया भूमि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हस्तांतरित नहीं होने के कारण अटक गई।
कोटा में एयरपोर्ट बनेगा -प्रधानमंत्री
विधान सभा चुनाव के दौरान भी कोटा में एयरपोर्ट निर्माण का मुद्दा काफी गरमाया। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोटा के दशहरा मैदान में आयोजित सभा में कोटा एयरपोर्ट के निर्माण की बात की और कहा कि चुनाव के बाद भाजपा सरकार बकाया राशि जमा करवाएगी और कोटा में एयरपोर्ट बनेगा।
अब राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के बाद एक बार फिर एयरपोर्ट निर्माण की प्रक्रिया गति पकड़ने लगी है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरूवार को राजस्थान के मुख्य सचिव को भूमि के डायवर्जन के लिए बकाया 39 करोड़ रूपए जमा करवाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने इस बारे में जिला कलक्टर को तत्कार राशि जमा करवाने को कहा है।