स्वर्णिम अवसर : 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत मार्क्स या टॉप 20-परसेंटाइल की अनिवार्यता खत्म, 1 से 6 सितंबर तक 9 लाख से अधिक परीक्षार्थी देंगे JEE-Main परीक्षा
न्यूजवेव@ कोटा
सेंट्रल सीट एलोकेशन बोर्ड (CSAB) ने जेईई-मेन-2020 क्वालिफाई करने वाले स्टूडेंट्स को NIT अथवा सेंट्रल फंडेड टेक्निकल इंस्टीट्यूट (CFTI) में प्रवेश लेने का रास्ता आसान कर दिया है। क्वालिफाई स्टूडेंट्स पर 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत अंकों या टॉप 20-परसेंटाइल में शामिल होने की बाध्यता अब समाप्त कर दी गई है। एमएचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी दी। हालांकि केंद्रीय मंत्री ने NIT तथा CFTI में प्रवेश की पात्रता का जिक्र तो किया किंतु IIIT के बारे में कुछ नहीं बताया गया है जिससे हजारों स्टूडेंट्स में असमंजस पैदा हो गया।
बोर्ड इंप्रूवमेंट परीक्षा का महत्व भी खत्म
एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि इस वर्ष ऐसे कई विद्यार्थी है जो वर्ष-2019 में 12वीं बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक हासिल नहीं कर पाए थे, साथ ही वे बोर्ड के टॉप 20-परसेंटाइल में भी शुमार नहीं थे। ऐसे विद्यार्थियों ने वर्ष-2020 में इंप्रूवमेंट परीक्षा भी दी थी लेकिन वे कोविड-19 के चलते उसमें भी 75 प्रतिशत अंक हासिल नहीं कर पाए थे। अब प्रतिशत की बाध्यता समाप्त कर देने से ऐसे विद्यार्थियों को बडी मानसिक राहत मिली है। सीबीएसई ने 22 जुलाई को 12वीं बोर्ड इंप्रूवमेंट परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया है। बोर्ड परीक्षा में कम प्रतिशत हासिल करने वाले सभी विद्यार्थियों को यह स्वर्णिम अवसर मिला है कि वे केवल जेईई-मेन में अच्छा स्कोर अर्जित कर NIT या CFTI में अपनी सीट पक्की कर सकते हैं।