देश के 24 लाख परीक्षार्थी जुलाई में देंगे प्रवेश परीक्षायें, कॉलेजों में अगस्त,2020 से नया सत्र प्रारंभ होगा
न्यूजवेव@ नईदिल्ली
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने मंगलवार को वेबिनार में घोषणा की कि जेईई-मेन,2020 के दूसरे चरण की परीक्षा 18 जुलाई से 23 जुलाई तक कम्यूटर बेस्ड मोड में होगी। जबकि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी,2020 आगामी 26 जुलाई को ऑफलाइन मोड में होगी।
उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि नया सत्र अगस्त,2020 से प्रारंभ कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि यूजीसी-नेट,2020 परीक्षा के लिये आवेदन की अंतिम तिथी 15 मई तक बढा दी गई है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा जनवरी,2020 में जेईई-मेन के पहले चरण की परीक्षा आयोजित की गई थी जिसमें कुल 8,69,010 विद्यार्थियों ने सीबीटी मोड में परीक्षा दी थी। दूसरे चरण में अधिक पंजीयन होने से परीक्षार्थियों की संख्या 9 लाख से अधिक रह सकती है। जुलाई के बाद दोनों परीक्षाओं के स्कोर से ऑल इंडिया मेरिट सूची घोषित की जायेगी।
इसी तरह, 3 मई को होने वाली सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी,2020 अब 26 जुलाई को होगी, जिससे परीक्षार्थियों को तैयारी के लिये 84 दिन अतिरिक्त मिल जायेंगे। इस वर्ष देश में कोविड-19 की वैश्विक महामारी के कारण 22मार्च से सम्पूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया गया, जिससे लाखों विद्यार्थी 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के पेपर नहीं दे सके। सीबीएसई द्वारा शेष पेपर्स का शैड्यूल जल्द ही जारी कर दिया जायेगा। उन्होंने लाइव वेबिनार में स्टूडेंट्स को प्रेरित करते हुये कहा कि वे अपने टेब पर दीक्षा पोर्टल से कई परीक्षाओं के शैड्यूल अपनी अपनी भाषाओं में देख सकते हैं।
10वीं बोर्ड परीक्षा के शेष पेपर्स अब नहीं
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मंगलवार को स्पष्ट किया है कि 10वीं बोर्ड परीक्षा के शेष पेपर्स अब नहीं लिये जायेंगे।
इस वर्ष गिर सकती है कटऑफ
कोचिंग विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्ष जेईई-मेन के कटऑफ में काफी गिरावट आ सकती है। क्योंकि प्रभावी एवं नियमित तैयारी नहीं कर पाने से उंचा स्कोर अर्जित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या सीमित रहेगी। उन्होंने बताया कि जेईई-मेन,2020 के दोनों चरणों में 6 माह का अंतराल होने तथा लॉकडाउन के कारण कोचिंग संस्थान बंद हो जाने से विद्यार्थियों में नियमित पढाई का शैड्यूल टूट गया है। कोरोना संक्रमण के कारण मानसिक रूप से परेशान हो जाने से वे सही ढंग से तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। परीक्षा से ठीक पहले उन्हें घरों के लिये रवाना होना पड़ा, जिससे उनकी एकाग्रता प्रभावित हुई है। हालांकि अधिकांश कोचिंग संस्थानों ने ऑनलाइन मोड में कोचिंग देना प्रारंभ कर दिया है, जिससे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास लौट रहा है। उनका कहना है कि पेपर भी कम्प्यूटर बेस्ड मोड में होगा इसलिये ऑनलाइन पढाई ज्यादा बेहतर है।