– गत वर्ष 15.19 लाख विद्यार्थी हुये थे रजिस्टर्ड, इस वर्ष बढ़ सकती है संख्या
– 70000 MBBS व 25000 BDS सहित कुल 95,000 सीटों के लिये होगा इम्तिहान
न्यूजवेव @ कोटा
इस वर्ष 26 जुलाई को मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी,2020 देश के 6000 से अधिक परीक्षाकेंद्रों पर आयोजित की जायेगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कोरोना महामारी को देखते हुये विद्यार्थियों में सोशल डिस्टेसिंग की अनुपालना करते हुये एनटीए को नीट-यूजी के परीक्षा केंद्र दोगुना करने के निर्देश दिये हैं। इसके तहत प्रत्येक सेंटर पर दो मीटर की दूरी पर बैठकर परीक्षार्थी पेपर देंगे।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा पेन-पेपर मोड में होने वाली नीट-यूजी,2020 परीक्षा के लिये गत वर्ष से दोगुना परीक्षा केंद्र घोषित किये जायेंगे। गत वर्ष 3000 परीक्षा केंद्रों पर 15 लाख विद्यार्थियों ने एक मीटर की दूरी रखते हुये पेपर दिया था। जिसमें 8 लाख गर्ल्स शामिल थीं। इस वर्ष परीक्षा केंद्रों की संख्या दोगुना हो जाने से परीक्षार्थियों को अपने राज्य से बाहर नहीं जाना पडे़गा। उन्हें नजदीकी परीक्षा केंद्र आवंटित हो सकेंगे। इससे उन्हें शारीरिक, आर्थिक व मानसिक राहत मिल सकेगी। एनटीए के अनुसार, नीट के परीक्षा केंद्रों हेतु केंद्रीय विद्यालय, सीबीएसई स्कूल, इंजीनियरिंग कॉलेज तथा स्टेट गवर्नमेंट के कॉलेजों को प्राथमिकता दी जायेगी।
जुलाई से लौटेगी कोटा में रौनक
राज्य के लगभग 1 लाख परीक्षार्थियों के लिये 5 शहरों कोटा, जयपुर, उदयपुर, अजमेर व जोधपुर में नीट-यूजी के परीक्षा केंद्र बनाए गए थे जो इस वर्ष दोगुना कर दिये जायेंगे। कोटा में गत वर्ष 10 हजार 976 परीक्षार्थियों ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों से नीट प्रवेश परीक्षा दी थी। जिसमें 95 प्रतिशत छात्रायें शामिल थी। इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में कोचिंग संस्थान बंद हो जाने से सभी विद्यार्थी अपने घरों पर लौट चुके हैं। लेकिन जुलाई में JEE-Main तथा NEET परीक्षायें होेने से शहर में फिर से कोचिंग विद्यार्थियों की हलचल दिखाई देगी।
11 भाषाओं में होगा पेपर
नीट-यूजी की परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक ऑफलाइन मोड में होगी, जिसमें 720 अंकों के तीन घंटे के पेपर में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी व बॉटनी के कुल 180 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक प्रश्न 4 अंकों का होगा। पेपर विभिन्न राज्यों में 11 भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, उर्दू, मराठी, उड़िया, बंगाली, असमी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ भाषा में होगा। हिंदी व इंग्लिश के पेपर देश के सभी परीक्षा केंद्रों पर उपलब्ध होंगे। जबकि अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के पेपर इंग्लिश के साथ संबंधित राज्यों में दिए जाएंगे।