रेजोनेंस-दक्षणा ‘सुपर-100 स्कॉलर’ बैच के 100 विद्यार्थियों को जेएनवी, बूंदी में कक्षा-11 व 12वीं में स्कूल, छात्रावास, भोजन व कोचिंग की निशुल्क सुविधा मिली
न्यूजवेव @ कोटा
जवाहर नवोदय विद्यालय,सीतपुरा, बूंदी से रेजोनेंस-दक्षणा के ‘सुपर-100 बैच’ से 84 विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड,2019 में क्वालिफाई हुये हैं। देश में किसी एक ही संस्थान या स्कूल से सर्वाधिक 84 प्रतिशत विद्यार्थियों का चयन राष्ट्रीय कीर्तिमान है। इस बैच की 13 में से 12 गर्ल्स का भी चयन हुआ है। खास बात यह कि सभी विद्यार्थियों को 12वीं बोर्ड की स्कूल शिक्षा, छात्रावास एवं कोचिंग पूरी तरह निशुल्क उपलब्ध कराई गई। जेएनवी के स्कूल प्रिंसिपल कृष्णाराव ने इस अतुलनीय सफलता पर विद्यार्थियों को बधाई दी।
दक्षणा फाउंडेशन द्वारा देश के चार जवाहर नवोदय स्कूलों में चयनित गरीब विद्यार्थियों को जेईई-मेन तथा जेईई-एडवांस्ड की दो वर्ष तक निशुल्क कोचिंग दी जाती है। इस वर्ष जेएनवी सीतापुरा से सर्वाधिक 84 विद्यार्थी शीर्ष रैंक से सफलता प्राप्त कर अव्वल रहे। जेएनवी कोट्यम से 97 में से 64 (66 %), जेएनवी, लखनऊ से 80 में से 50 (62%) तथा जेएनवी, पुणे में रिपीटर्स बैच के 180 में से 124 (68%) विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड में चयनित हुये हैं। जबकि, पटना के सुपर-30 बैच से इस वर्ष 30 में से 18 विद्यार्थी (60 %) ही क्वालिफाई हुये हैं।
रेजोनेंस के प्रबंध निदेशक आर.के.वर्मा ने बताया कि सीएसआर के तहत संस्थान के चार अनुभवी शिक्षकों द्वारा जेएनवी, सीतापुरा में रेजोनेंस-दक्षणा के ‘सुपर-100 बैच के विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष निःशुल्क क्लासरूम कोचिंग दी जाती है। ऑल इंडिया मेरिट के टॉप-100 के EWS वर्ग के 4, ST वर्ग के 3 तथा SC वर्ग के 2 विद्यार्थी चयनित हुये हैं। दिव्यांग छात्र सचिन त्यागी को सामान्य वर्ग में रैंक-2 मिली है, जबकि दिव्यांग शमीम बक्स ने OBC वर्ग में रैंक-21 प्राप्त की है। जेएनवी सीतापुरा स्कूल से देश में सर्वाधिक 84 विद्यार्थियों का आईआईटी में चयन राज्य के लिये गर्व का विषय है।
362 ग्रामीण विद्यार्थी IIT पहुंचे
रेेजोनेंस के अकादमिक कॉर्डिनेटर एस.के.सिन्हा ने बताया कि 2009 से संस्थान के चार अनुभवी फैकल्टी की टीम द्वारा नवोदय स्कूल, सीतापुरा में निःशुल्क क्लासरूम कोचिंग दी जा रही है, जिससे अब तक 362 विद्यार्थियों को आईआईटी व एनआईटी में दाखिला मिला है। इनमें से अधिकांश विद्यार्थी निर्धन व ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। जेईई-एडवांस्ड,2019 में ‘सुपर-100 स्कॉलर’ बैच के अभय मिश्रा AIR-387 तथा EWS केटेगरी में AIR-22 पर, विनय कुमार AIR- 394 तथा EWS-23 पर तथा श्रेयांस काशुदान AIR-800 व EWS रैंक-42 पर सफल रहे। अभय व विनय को केमिस्ट्री में 100 अंक मिले हैं।
13 में से 12 बेटियां IIT में
रेजोनेंस-दक्षणा सुपर-100 बैच में शामिल 13 छात्राओं में से 12 (92 %) जेईई-एडवांस्ड में चयनित होकर आईआईटी में प्रवेश पक्का कर लिया। केरल के कासरगोड से जेएनवी, बूंदी में पढ़ रही निवेदिता एन. को 12वीं बोर्ड में 95 % अंक मिले। जेईई-एडवांस्ड में रैंक-4808 मिली है। उसने बताया कि स्कूल में घर जैसा वातावरण मिला। रोज सुबह योग-प्राणायाम के बाद बास्केटबाल व बैडमिंटन खेलते थे। वह आईआईटी, बॉम्बे से सिविल में बीटेक करना चाहती है। महाराष्ट्र से 5, कर्नाटक, तेलंगाना व उडीसा से 2-2 तथा केरल व छत्तीसगढ़ से एक-एक छात्रा का चयन हुआ है। वे अलग-अलग राज्यों से यहां आकर पढाई में एक-दूसरे की मदद करते थे।
गांव से पहला छात्र IIT में
अभय मिश्रा, AIR-387
मध्यप्रदेश के सीधी जिलें में छोटे से गांव खांडवर में किसान दिनकर प्रसाद 1 एकड़ भूमि में खेती करते हैं। उनका बेटा अभय नवोदय स्कूल में सुपर-100 बैच में चयनित होकर 2 वर्ष जेएनवी, सीतापुरा में रहा। उसने सर्वाधिक 94.5 प्रतिशत अंकों से 12वी बोर्ड परीक्षा पास की। जेईई-मेन में AIR-893 मिली। इस वर्ष केवीपीवाय में भी चयनित हुआ। जेईई-एडवांस्ड में 372 में से 236 अंकों से AIR-387 तथा EWS वर्ग में रैंक-22 मिली है। गांव से पहला छात्र आईआईटी, मुंबई से कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में बीटेक करेगा। अभय ने कहा कि रेजोनेंस के शिक्षकों की गाइडेंस व निरंतर टेस्ट देने से आत्मविश्वास बहुत बढ़ा।
पढ़ाई में एक-दूसरे के साथी
विनय कुमार, AIR-394
उप्र के गोरखपुर जिले के पीपीगंज गांव में कपडे़ की दुकान लगाने वाले सुरेश अग्रहरि ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनका बेटा विनय आईआईटी में जाकर पढ़ाई करेगा। 2 वर्ष नवोदय स्कूल, सीतापुरा में उसे पढाई का शांत माहौल मिला। 12वीं में उसे 93.8 प्रतिशत अंक मिले। दोनों वर्ष केवीपीवाय में भी चयनित हुआ। जेईई-मेन में उसे AIR-246 मिली थी। यहां के शिक्षक भी उतनी ही मेहनत करके क्लास में ही सारे डाउट दूर देते हैं। EWS रैंक-23 मिलने से आईआईटी,मुंबई से मैथ्स व कम्प्यूटिंग ब्रांच में बीटेक करना चाहता है।