न्यूजवेव@ कोटा
संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के दो दिवसीय प्रवास पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जेके लोन अस्पताल में शिशुओं की मौत हो जाने पर शुक्रवार को समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि हर जिंदगी कीमती है। ऐसी दुखःद घटनाओं की पुनरावृत्ति कभी ना हो, इसके लिए मॉनिटरिंग बढाकर व्यवस्थाओं में तत्काल सुधार करें।
उन्होंने जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.विजय सरदाना व जेके लोन अस्पताल के अधिकारियों से लोकसभा के कैंप कार्यालय में विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जेके लोन अस्पताल संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है जिसमें संभाग के सभी जिलों के साथ अन्य जिलों एवं मध्यप्रदेश से बडी संख्या में शिशु रैफर होकर आते है। ऐसे में व्यवस्थाओं में सुधार के साथ संसाधनों में विस्तार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मृत्यु हो जाना बहुत दुखःद हैं, प्रत्येक मौत के कारणों का विश्लेषण कर ऐसी व्यवस्था करें कि इन घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
बिरला ने कहा कि उपकरणों या अन्य चिकित्सकीय संसाधनों के लिए प्रस्ताव बनाकर भिजवायें सीएसआर मद से सहायता करवायी जायेगी। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि चिकित्सकों व मेडिकल स्टाफ पर कार्य के दबाव का उल्लेख करते हुए स्टाफ बढ़ाने का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजें। उसे पास करवाया जाएगा। उन्होंने न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्राइवेट वार्ड के निर्माण का प्रस्ताव बनाकर भी राज्य सरकार को भेजने के निर्देश दिये। आवश्यकता होने पर सीएसआर मद से इसके लिए व्यवस्था की जाएगी।
परिजनों से सम्पर्क में रहे स्टाफ
लोकसभा अध्यक्ष ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिए कि शिशु वार्ड के प्रत्येक बेड पर वार्मर की व्यवस्था हो। परिजनों की शिकायत है कि एक ही वार्मर पर दो से तीन बच्चों को रखा जा रहा है। जिससे संक्रमण फैलने का डर रहता है। नर्सिंग स्टाफ परिजनों से निरंतर संपर्क में रहे तथा मरीज या प्रसूता की स्थिति से उनको अवगत कराते रहे।
कोविड वार्ड में 172 भर्ती
लोकसभा अध्यक्ष ने अस्पताल प्रबंधन से कोरोना संक्रमण को लेकर चर्चा की। प्रिंसिपल डॉ.विजय सरदाना ने बताया कि अभी कोविड वार्ड में 172 मरीज भर्ती हैं। बिरला ने कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए मास्क पहनने की व्यवस्था को सख्ती से लागू करें। कोविड-19 की जांच और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य भी तेजी लाए जाए। बहुत जल्द वेक्सीन आने की संभावना है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार भविष्य में भी मास्क पहनना जरूरी रहेगा। आमजन मास्क सदैव पहन कर रहें इसके लिए इसे आमजन के जीवन का भाग बनाने के लिए जागरूकता लाई जाए।