न्यूजवेव@ नईदिल्ली
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा 3 मई,2020 को देश के 154 शहरों में आयोजित होने वाली सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा NEET(UG)-2020 के लिए आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इसके लिये अभ्यर्थी ntaneet.nic.in व nta.ac.in पर 1 जनवरी तक आवेदन कर सकेंगे।
यह परीक्षा हिंदी व इंग्लिश सहित 11 भाषाओं में होगी। आवेदन फॉर्म में त्रुटि होने पर 15 से 31 जनवरी तक सुधार करने का अवसर मिलेगा। इसके प्रवेश पत्र 27 मार्च,2020 को जारी होंगे। रिजल्ट 4 जून को जारी किया जाएगा। याद दिला दें कि वर्ष 2020 से AIIMS व JIPMER (जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च) सहित सभी मेडिकल कॉलेजों व संस्थानों में एमबीबीएस व बीडीएस में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा अनिवार्य है। नीट (यूजी) के पेपर में कुल 180 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे।
केवल आवेदन से 192 करोड़ की आय
‘नीट-2019 के आवेदन शुल्क से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को 192 करोड़ रुपये से अधिक आय हुई थी। कुल 15,19,375 अभ्यर्थियों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से 14,10,755 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया था। इस वर्ष अथ्यर्थियों की संख्या 17 लाख से अधिक पहुंचने का अनुमान है। गत वर्ष सामान्य एवं ओबीसी वर्ग के लिए पंजीयन शुल्क 1400 रुपये एवं एससी-एसटी इत्यादि के लिए 750 रुपये था। लेकिन इस वर्ष सामान्य एवं ओबीसी के लिये शुल्क 1500 रू. तथा एससी-एसटी वर्ग के लिये 800 रू. कर दिया गया है।
एकल प्रवेश परीक्षा छात्र हित में
विशेषज्ञों का कहना है कि मेडिकल में विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के स्थान पर एकल प्रवेश परीक्षा नीट होने से विद्यार्थियों को आर्थिक, मानसिक व शारीरिक राहत मिलेगी। अलग-अलग आवेदन शुल्क, बार-बार परीक्षाओं की तैयारी सहित परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा। नीट की ऑल इंडिया रैंक के आधार पर अभ्यर्थी अच्छे मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस या बीडीएस कर सकेंगे। एकल परीक्षा से काउंसलिंग में होने वाली देरी तथा रिक्त सीटों की समस्या पर भी रोक लगेगी।